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EMI, बचत से लेकर बजट तक... आपकी हर मुश्किल आसान करेंगे ये 10 फाइनेंशियल रूल्स

Financial rules: पैसे कमाने के साथ सही मैनेजमेंट जरूरी है। जानिए 10 टाइमलेस फाइनेंशियल रूल्स, जो बजट, निवेश, बचत, EMI और इंश्योरेंस को स्मार्ट तरीके से संभालने में आपकी मदद करेंगे।

Edited By: Suneel Kumar
अपडेटेड Sep 07, 2025 पर 17:43
EMI, बचत से लेकर बजट तक... आपकी हर मुश्किल आसान करेंगे ये 10 फाइनेंशियल रूल्स

Rule of 72 से पैसे डबल
ये रूल जल्दी बताता है कि आपका पैसा कितने सालों में डबल हो जाएगा। उदाहरण के लिए, अगर आपको 12% रिटर्न मिलता है, तो आपका पैसा लगभग 6 साल में डबल हो जाएगा। यह निवेश के लिए लंबी अवधि की योजना बनाने में मदद करता है।

Rule of 70 बताएगा महंगाई का असर
यह दिखाता है कि महंगाई कितनी तेजी से आपकी खरीदने की शक्ति को कम करती है। उदाहरण के लिए, 7% की सालाना महंगाई दर पर आपके पैसों का मूल्य लगभग 10 साल में आधा हो जाएगा। यह रूल निवेश और बचत में इंफ्लेशन को ध्यान में रखने में मदद करता है।

4% Withdrawal Rule से रिटायरमेंट प्लानिंग
रिटायरमेंट के दौरान सुरक्षित निकासी के लिए यह रूल है। आप अपने रिटायरमेंट फंड का सालाना केवल 4% निकाल सकते हैं ताकि फंड जल्दी खत्म न हो। उदाहरण के लिए, ₹1 करोड़ के फंड से ₹4 लाख सालाना निकासी सुरक्षित मानी जाती है।

100 – Age Rule से एसेट अलोकेशन
उम्र के हिसाब से एसेट अलोकेशन तय करने का आसान तरीका है। उदाहरण के लिए, अगर आपकी उम्र 30 साल है, तो पोर्टफोलियो में 70% इक्विटी और 30% डेट होना चाहिए। यह जोखिम और रिटर्न के बीच संतुलन बनाने में मदद करता है।

10, 5, 3 Rule बताएगा संभावित रिटर्न
आपको निवेश से मिलने वाले रिटर्न की वास्तविक उम्मीद तय करने में मदद करता है। इस रूल के अनुसार, इक्विटी से लगभग 10%, डेट से 5% और सेविंग्स से 3% रिटर्न की अपेक्षा रखी जाती है। यह तरीका आपके निवेश पोर्टफोलियो को संतुलित और व्यवस्थित बनाता है।

50-35-15 Rule से बनेगा बजट
इनकम का सही अलोकेशन करने के लिए। अपनी इनकम का 50% जरूरत पर, 35% इच्छाओं पर और 15% सेविंग्स या निवेश में लगाएं। यह बजट और वित्तीय अनुशासन बनाए रखने में मदद करता है।

6X Emergency Fund Rule
आपातकालीन खर्चों के लिए 6 महीने का फंड हमेशा तैयार रखें। उदाहरण के लिए, अगर आपकी मासिक खर्च ₹50,000 है, तो फंड ₹3,00,000 होना चाहिए। इससे आपको अचानक आने वाली वित्तीय मुश्किलों से निपटने में मदद मिलती है।

41% EMI Rule से कंट्रोल करें कर्ज
सुनिश्चित करें कि आपके सभी EMIs मासिक आय का 41% से ज्यादा न हों। उदाहरण: अगर आपकी मासिक आय ₹1 लाख है, तो EMIs ₹41,000 तक सीमित रखें। यह कर्ज के बोझ को कंट्रोल करने में मदद करता है।

Debt-to-Income Rule से तय करें EMI
कुल मासिक कर्ज भुगतान को कुल मासिक आय का 30% से अधिक न होने दें। उदाहरण के लिए, ₹1,00,000 मासिक आय वाले व्यक्ति के लिए सभी लोन और कर्ज का भुगतान ₹30,000 तक सीमित होना चाहिए। यह वित्तीय दबाव कम करता है और बचत के लिए जगह बनाता है।

Life Insurance Rule से सेफ करें फ्यूचर
टर्म इंश्योरेंस का कवरेज अपने सालाना कमाई का लगभग 20 गुणा रखें। उदाहरण के लिए, ₹10 लाख सालाना कमाई के लिए ₹2 करोड़ का कवरेज उपयुक्त है। यह परिवार और आश्रितों की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

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