
हर महीने निश्चित राशि बचाना और निवेश करना जरूरी है। यह आदत लंबे समय में पूंजी बढ़ाने में मदद करती है और वित्तीय सुरक्षा का आधार बनती है।
विभिन्न परिसंपत्तियों जैसे स्टॉक्स, बॉन्ड्स, म्यूचुअल फंड्स में निवेश करके जोखिम को फैलाया जाता है। इससे किसी एक स्रोत से नुकसान होने की संभावना कम होती है।
माइक्रो उतार-चढ़ाव से परेशान न हों। सफल निवेशक हमेशा दीर्घकालिक योजना बनाने में विश्वास रखते हैं क्योंकि समय के साथ निवेश फल देता है।
अर्थव्यवस्था, बाजार की चाल और नई नीतियों की जानकारी रखें। यह निवेशकों को बेहतर निर्णय लेने में समर्थ बनाता है।
जल्दबाजी, डर या लालच में आकर निवेश न करें। समझदारी से फैसले लें और भावनाओं में न फंसें।
आपके निवेश का स्तर आपके खर्च पर निर्भर करता है। इसलिए, व्यक्तिगत खर्चों को नियंत्रित करना और बचत बढ़ाना महत्वपूर्ण है।
समय-समय पर अपने निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा करें। जरूरत पड़ने पर रिबैलेंसिंग से अपने लक्ष्यों की दिशा में सुधार करें।