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फर्जी बैंक ऐप्स से सावधान! पलक झपकते आपका पूरा बैंक अकाउंट हो सकता है खाली

फर्जी बैंक ऐप से होने वाले फ्रॉड से बचने का सबसे आसान तरीका यह है कि ऐप को इंस्टॉल करने में सावधानी बरती जाए। जब आपको यह भरोसा हो जाए कि आप जिस ऐप को इंस्टॉल करने जा रहे हैं वह असली है तभी उसे इंस्टॉल किया जाए

Your Money Deskअपडेटेड Nov 20, 2025 पर 11:01 PM
फर्जी बैंक ऐप्स से सावधान! पलक झपकते आपका पूरा बैंक अकाउंट हो सकता है खाली
फर्जी ऐप बैंक के असली ऐप की तरह दिखते हैं। उनका लोगो और रंग भी असली ऐप जैसे होते हैं।

फ्रॉड के लिए फर्जी बैंकिंग ऐप्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। फर्जी ऐप बैंक के असली ऐप की तरह दिखते हैं। उनका लोगो और रंग भी असली ऐप जैसे होते हैं। वे चुपके से यूजर के पासवर्ड, ओटीपी और अकाउंट नंबर चुराते हैं। ऐसे फर्जी ऐप्स सर्च रिजल्ट और ऐप स्टोर पर भी दिखते हैं। सवाल है कि इन फर्जी बैंक ऐप्स के जरिए होने वाले स्कैम से बचने का क्या तरीका है?

इंस्टॉल करने से पहले चेक करें

एक्सपर्ट का कहना है कि फर्जी बैंक ऐप से होने वाले फ्रॉड से बचने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप ऐप को इंस्टॉल करने में सावधानी बरती जाए। जब आपको यह भरोसा हो जाए कि आप जिस ऐप को इंस्टॉल करने जा रहे हैं वह असली है तभी उसे इंस्टॉल किया जाए। दूसरा, आपको ऐप पर दिखने वाले बैंक के नाम को बारीकी से पढ़ना होगा। सही बैंक ऐप पर बैंक का पूरा नाम लिखा होता है। उदाहरण के लिए HDFC Bank के सही ऐप पर HDFC Bank Ltd, एसबीआई के रियल ऐप पर State Bank of India लिखा होगा।

फर्जी ऐप के नाम में फर्क

फर्जी ऐप नाम में थोड़ा बदलाव कर देते हैं। उदाहरण के लिए HDFC Bank Ltd से Ltd हटाकर उसकी जगह Pro लगा देते हैं। कई बार वे 'सेक्योर मोबाइल बैंकिंग ऐप' या 'ऑनलाइन बैंक सर्विसेज' जैसे नाम का इस्तेमाल करते हैं। इसका मतलब है कि आपको सिर्फ बैंक का आईकॉन देखकर तुरंत इंस्टॉल बटन पर क्लिक नहीं करना है। आपको ऐप इंस्टॉल करने से पहले वहां दिखने वाली पूरी जानकारी पढ़नी चाहिए। खासकर पब्लिशर के नाम को ध्यान से देखना होगा। रियल बैंक ऐप में पब्लिशर के नाम में किसी तरह का बदलाव नहीं दिखेगा।

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