केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार (12 सितंबर) को कहा कि उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) से बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए डीजल इंजन वाली व्हीकल पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त GST लगाने का आग्रह किया है। केंद्रीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि मैंने पहले ही एक मसौदा तैयार कर लिया है और वह आज वित्त मंत्री से इस मामले में मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि डीजल गाड़ियां ज्यादा प्रदूषण फैला रही हैं।
नई दिल्ली में 63वें सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के वार्षिक सम्मेलन के दौरान अपने संबोधन में गडकरी ने कहा, "मैं वित्त मंत्री से डीजल इंजन/व्हीकल पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत GST लगाने का अनुरोध कर रहा हूं। डीजल वाहनों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का यही एकमात्र तरीका है।"
प्रदूषण फैला रही हैं डीजल गाड़ियां
गड़करी ने कहा कि डीजल गाड़ियां तो बननी ही नहीं चाहिए, क्योंकि सबसे अधिक प्रदूषण इन्हीं से फैलता है। मंत्री ने ऑटोमोबाइल कंपनियों को चेतावनी भी दी कि सरकार टैक्स इतना बढ़ा देगी कि कंपनियों के लिए डीजल गाड़ियां बेचना मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने कहा, "मैंने पहले ही एक पत्र का मसौदा तैयार कर लिया है। मैं आज शाम वित्त मंत्री से मिल रहा हूं। टैक्स दरों को इस हद तक बढ़ा दूंगा कि डीजल गाड़ियां बेचना मुश्किल हो जाएगा।" उन्होंने कहा कि डीजल की गाड़ियों को हर हाल में कम करना पड़ेगा। हालांकि, 2014 के बाद डीजल की गाड़ियों में कमी आई है।
डीजल इंजन गाड़ियों पर अतिरिक्त टैक्स लगाए जाने के प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "डीजल की गाड़ियों नहीं बढ़नी चाहिए और इसलिए आप अपने स्तर पर यह निर्णय लें। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं सरकार, वित्त मंत्री को यह सिफारिश करूंगा कि डीजल अधिक प्रदूषण कर रहा है इसिलए इसको हतोत्साहित करने के लिए इस पर अतिरिक्त 10% टैक्स लगाना चाहिए।"
'डीजल वाहनों का उत्पादन कम करें'
गडकरी ने कहा, ''डीजल वाहनों का उत्पादन कम करें वरना मैं टैक्स बढ़ा दूंगा।'' मंत्री ने वैकल्पिक ईंधन पर जोर दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "भारत 89 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता है, जो एक महत्वपूर्ण चुनौती है। इसलिए, पीएम मोदी ने वैकल्पिक और जैव ईंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।" नितिन गडकरी ने ऑटो इंडस्ट्री से यह भी पूछा कि इथेनॉल से बसें और ट्रक क्यों नहीं चल सकते? उन्होंने वैकल्पिक ईंधन और EV पर अपना ध्यान बढ़ाने के लिए इंडस्ट्री की सराहना भी की।