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Vikram-S Launch: ISRO को नौकरी छोड़ी, शुरू किया स्पेस टेक स्टार्टअप, अब लॉन्च किया भारत का पहला प्राइवेट रॉकेट, Mission Prarambh के पीछे हैं ये दो लोग

Vikram-S Launch Updates: अब चार साल बाद, उनका स्टार्टअप स्काईरूट एयरोस्पेस (Skyroot Aerospace) 18 नवंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भारत का पहला प्राइवेट रॉकेट लॉन्च किया है

Translated By: Shubham Sharmaअपडेटेड Nov 18, 2022 पर 1:29 PM
Vikram-S Launch: ISRO को नौकरी छोड़ी, शुरू किया स्पेस टेक स्टार्टअप, अब लॉन्च किया भारत का पहला प्राइवेट रॉकेट, Mission Prarambh के पीछे हैं ये दो लोग
Vikram-S Launch: मिलिए Mission Prarambh के पीछे के इन दो लोगों से

Vikram-S Launch: जब पवन कुमार चंदना (Pawan Kumar Chandana) और नागा भारत डाका (Naga Bharat Daka) ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में अपनी नौकरी छोड़ने और एक स्पेस टेक स्टार्ट-अप शुरू करने का फैसला किया, तो उसका भविष्य धुंधला लग रहा था। IIT के दो पूर्व छात्रों ने साल 2018 में स्काईरूट एयरोस्पेस (Skyroot Aerospace) शुरू किया। ये वो समय था, जब भारत में कोई प्राइवेट स्पेस एजेंसी (Private Space Agency) नहीं थी और एकमात्र ISRO ही इसमें सबसे आगे था।

अब चार साल बाद, उनका स्टार्टअप 18 नवंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से भारत का पहला प्राइवेट रॉकेट लॉन्च किया है, जो देश की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं के लिए एक बड़ा कदम है।

ये सब-ऑर्बिटल सॉलिड-स्टेज रॉकेट तीन ग्राहक पेलोड ले जाएगा, जो 3डी-प्रिंटेड मोटर्स के साथ कार्बन कंपोजिट से बना है। इसका नाम विक्रम-एस, भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है।

मिशन प्रारंभ (Mission Prarambh) की तुलना एलॉन मस्क (Elon Musk) के SpaceX से की जाती है, जिसने 2008 में पृथ्वी की कक्षा में पहला निजी तौर पर विकसित तरल ईंधन रॉकेट (Liquid Fuel Rocket) लॉन्च किया था।

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