दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो-एक्सचेंज फर्म बाइनेंस (Binance) के फाउंडर और सीईओ चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) ने कहा कि उनकी कंपनी चीन की नहीं है। उन्होंने कहा कि वह चाइनीज दिखते हैं इसलिए अक्सर लोगों को यह भ्रम हो जाता है कि उनकी कंपनी चीन की है। Zhao ने ब्लूमबर्ग टीवी को दिए एक इंटरव्यू में ये बातें कहीं। Changpeng Zhao ने बताया, "अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से चिंताएं बस एक अफवाहें थीं, जिसे FTX ने हमें बोली से बाहर रखने के लिए फैलाया था। हमारे बोली में भाग लेने को लेकर इससे पहले कभी भी कोई सवाल नहीं उठा था।"
उन्होंने आगे कहा, "Binance US ने दिवालिया क्रिप्टो फर्म Voyager के लिए बोली लगाई थी और कोई मामला नहीं हुआ था। Binance ने अमेरिका में बहुत सी कंपनियों को खरीदा है और कभी कोई मसला नहीं हुआ है।"
हाल में आई कुछ रिपोर्टों में यह दावा किया गया था कि Binance की बोली को इस चिंता के साथ रोक दिया गया कि यह अमेरिकी सरकार के लिए एक राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला बन सकता है। Zhao ने इन्हीं रिपोर्टों के संदर्भ में ये बातें कहीं। चूंकि झाओ चीन में पैदा हुए और कनाडा में पले-बढ़े हैं। इसलिए ऐसी धारणा थी कि यह एक चाइनीज कंपनी है।
Binance के सीईओ ने कहा, "बाइनेंस चीन की कंपनी नहीं हैं। हम किसी भी तरह से चीन से नहीं जुड़े हैं। मुझे ये बात बार-बार कहनी पड़ती है क्योंकि मैं चीन के लोगों की तरफ दिखता हूं, लेकिन मैं पिछले 30 सालों से कनाडाई नागरिक हूं और यहीं रह रहा हूं।"
Changpeng Zhao ने यह भी कहा कि वह अब दिवालिया क्रिप्टो फर्म Voyager के लिए फिर से बोली लगाएंगे क्योंकि उनकी राइवल और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो-फर्म FTX अब रास्ते से हट गई है।
उन्होंने कहा, "FTX अब दिवालिया होने के कगार पर हैं और वह अपनी बोली को पूरा करने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में Binance US अब Voyager के लिए नए सिरे से बोली लगाएगी।"