क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स (FTX) के पूर्व सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड (Sam Bankman-Fried) को 150 वर्षों की जेल हो सकती है। अमेरिका में उनके खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं, उसके लिए सैम को अधिकतम इतनी सजा हो सकती है। सैम को बहामास की पुलिस ने अमेरिका के अनुरोध पर बहामास में गिरफ्तार किया था। वहां के अटार्नी जनरल ने ऐलान किया था कि उन्हें जल्द ही अमेरिका को सौंपा जा सकता है। बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एफटीएक्स का संचालन बहामास से होता था और यह दुनिया भर के बडे़ क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों में शुमार था। एफटीएक्स के ढहने पर बैंकमैन-फ्रायड की दौलत महज एक ही दिन में 94 फीसदी घट गई थी और उन्होंने रातोरात अपना अरबपति का दर्जा खो दिया था। एफटीएक्स ने 11 नवंबर को दिवालिया होने के लिए आवेदन किया था।
अमेरिका ने क्या आरोप लगाए हैं Sam Bankman-Fried पर
FTX के फाउंडर और पूर्व सीईओ सैम बैंकमैन-फ्रायड के खिलाफ अमेरिका ने मंगलवार को वित्तीय अपराधों और नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। सैम पर आरोप है कि एफटीएक्स के ढहने के पीछे उनकी सबसे बड़ी भूमिका है। उन्होंने निवेशकों समेत सभी से इसकी दिक्कतों को साझा भी नहीं किया। सैम ने वर्ष 2019 की शुरुआत से ग्राहकों और निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करते हुए इरादतन अपने फायदे की योजना लाई। योजना के तहत पैसे को उन्होंने अपने क्रिप्टो हेज फंड अलामेडा रिसर्च (Alameda Research) के खर्चों और कर्जों का भुगतान किया।
इसके अलावा उन्होंने इस पैसे का इस्तेमाल प्रॉपर्टीज खरीदने और बड़े राजनीतिक चंदे देने में किया। सैम पर वायर फ्रॉड, मनी लांड्रिंग और षड्यंत्र के आठ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा उन पर अवैध राजनीतिक चंदे देने का आरोप है। बैंकमैन-फ्रायड इस साल सबसे बड़े पॉलिटिकल डोनर में शुमार थे।
Sam Bankman-Fried के वकील क्या कहना है?
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक बैंकमैन-फ्रायड पर जो आरोप लगे हैं, उसमें 150 वर्षों की जेल हो सकती है। इसके अलावा अधिकारियों का कहना है कि बैंकमैन-फ्रायड ने धोखाधड़ी से जो मुनाफा कमाया है, उसे भी वापस लेने की कोशिश की जाएगी। वहीं सैम बैंकमैन-फ्रायड के वकील मार्क एस कोहेन ने मंगलवार को कहा कि वह सभी आरोपों को अपनी लीगल टीम के साथ रिव्यू कर रहे हैं और सभी कानूनी तरीकों पर विचार कर रहे हैं। एफटीएक्स के ढहने के बाद बैंकमैन-फ्रायड बहामास के नसाऊ में एक लग्जरी कंपाउंड में हैं। अब जब उन्हें अमेरिका प्रत्यर्पित करने की तैयारी चल रही है तो वह इसे भी चुनौती दे सकते हैं। इससे उनके प्रत्यर्पण में देरी हो सकती है।