पाकिस्तान में छिपकर बैठे एक और आतंकी का अंत हो गया है। पाकिस्तान में बैठकर भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने वाले खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे (Lakhbir Singh Rode) की मौत हो गई है। लखबीर सिंह जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था। वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर भारत के खिलाफ पंजाब में आतंकी गतिविधियों में शामिल था। सूत्रों ने बताया कि जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह रोडे की 2 दिसंबर को पाकिस्तान में मौत हो गई। कथित तौर पर रोडे को दिल का दौरा पड़ा।
सूत्रों ने यह भी कहा कि रोडे का अंतिम संस्कार पाकिस्तान में सिख रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार गुप्त रूप से किया गया, ताकी यह खबर कहीं लीक न हो पाए। भिंडरावाले खालिस्तान आंदोलन का पूर्व नेता था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से मिले संकेतों के मुताबिक, लखबीर सिंह रोडे ISI के इशारे पर पंजाब में भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में शामिल था।
इसी साल अक्टूबर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवाद विरोधी एजेंसी की छापेमारी के बाद रोडे की संपत्तियों को जब्त कर लिया था। ये छापेमारी पंजाब के मोगा में की गई। NIA की यह कार्रवाई तब हुई जब वह 2021 और 2023 के बीच आतंक-संबंधी गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी के लिए रोडे के खिलाफ छह मामलों की जांच कर रही थी।
रोडे प्रतिबंधित संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) का प्रमुख था। सरकार ने उसे आतंकवादी घोषित किया था। बताया जा रहा है कि लखबीर की उम्र 72 साल थी। वह खालिस्तान की मांग को लेकर हिंसा फैलाने वाले जरनैल सिंह भिंडरवाले का भतीजा था।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, लखबीर सिंह रोडे की मौत की पुष्टि की उसके भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने भी की है। रोडे के मुताबिक, पाकिस्तान में लखबीर का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बता दें कि इस तरह इस साल पाकिस्तान में अब तक दो खालिस्तानी आतंकी मौत का शिकार हो चुके हैं। इससे पहले मई महीने में खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजावर की अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।