Nvidia vs Apple: दिग्गज चिप कंपनी एनवीडिया ने एक बार आईफोन (iPhone) कंपनी एपल की गद्दी के खतरा कर दिया है। एपल मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है लेकिन 14 अक्टूबर को एनवीडिया के शेयरों के तेजी ने इसकी हालत खराब दी। एनवीडिया के शेयर 14 अक्टूबर को नास्डाक पर 2.43 फीसदी की बढ़त के साथ 138.07 डॉलर पर बंद हुए लेकिन इंट्रा-डे में यह 138.57 डॉलर के भाव तक पहुंचा था जो इसके रिकॉर्ड इंट्रा-डे हाई 140.76 डॉलर से कुछ ही दूर है। एपल के शेयर 1.65 फीसदी की बढ़त के साथ 231.30 डॉलर के भाव पर बंद हुए और इसका रिकॉर्ड हाई 237.23 डॉलर है। एनवीडिया का मार्केट कैप 3.386 लाख करोड़ डॉलर है जबकि एपल का मार्केट कैप 3.516 लाख करोड़ डॉलर है। तीसरे स्थान पर माइक्रोसॉफ्ट है जिसका मार्केट कैप 3.115 लाख करोड़ डॉलर है।
Nvidia के शेयरों में इस ताबड़तोड़ तेजी की वजह?
एआई तकनीक तेजी से बढ़ रही है और इस दौड़ में एनवीडिया बाकी टेक कंपनियों अल्फाबेट, माइक्रोसॉफ्ट, एमेजॉन इत्यादि से काफी आगे है। TD Cowen के एनालिस्ट्स ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि अधिकतर एआई कंपनियां निवेश के ऐसे माहौल से जूझ रही हैं, जिसमें हर किसी को अपना खुद ही खर्च करना है और अगर ऐसा नहीं किया तो उनके कारोबार को झटका लग सकता है। चिप कंपनी एनवीडिया इस मामले में सिरमौर बनी हुई है और TD Cowen ने इसका टारगेट प्राइस फिर से 165 डॉलर दिया है। एनालिस्ट्स का अनुमान है कि एआई डेटा सेंटर्स के बनाने पर खर्च से एनवीडिया का सालाना रेवेन्यू दोगुना होकर 12.6 हजार करोड़ डॉलर पर पहुंच सकता है। एनवीडिया की तेजी ने एसएंडपी500 को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया। हालांकि निवेशकों को इस बात की चिंता है कि अगर टेक्नोलॉजी पर खर्च में सुस्ती आई तो एआई का उत्साह फीका पड़ सकता है।
Nvidia vs Apple: पहले भी हो चुकी है भिड़ंत
एनवीडिया ने पहली बार एपल को टक्कर नहीं दी है। अभी तो यह एपल से पीछे है लेकिन पीछे छोड़ने की कगार पर भी है। जून में तो यह थोड़े समय के लिए दुनिया की सबसे अधिक मार्केट कैप वाली कंपनी बन गई थी लेकिन जल्द ही माइक्रोसॉफ्ट ने अपना ओहदा वापस हासिल कर लिया था। हालांकि एपल तीसरे स्थान पर खिसक गई और एनवीडिया दूसरे स्थान पर। इससे भी पहले वर्ष 2002 में एनवीडिया एपल से आगे थी।