जब अगस्त 2021 में तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया, तो पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख रशीद अहमद ने अफगानिस्तान के साथ लगने वाले तोरखम बॉर्डर पर एक विकट्री प्रेस कॉन्फ्रेंस की और तालिबान सरकार को मान्यता देने की बात कही। उन्होंने दावा किया कि तालिबान के तेजी से सत्ता में आने से "एक नया ब्लॉक" बनेगा। उस समय पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा था कि अफगानिस्तान के लोगों ने गुलामी की जंजीर को तोड़ दिया है।