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Air India Crash: 1000 करोड़ तक पहुंच सकता है इंश्योरेंस क्लेम, क्या यह भारत की सबसे महंगी विमान दुर्घटना है?

12 जून को भारत के अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुए एक भीषण एयरक्राफ्ट हादसे ने पूरे देश को हिला दिया। लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो कि एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी, उड़ान भरते ही क्रैश हो गई। इस हादसे में एयरक्राफ्ट में सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 13, 2025 पर 2:01 PM
Air India Crash: 1000 करोड़ तक पहुंच सकता है इंश्योरेंस क्लेम, क्या यह भारत की सबसे महंगी विमान दुर्घटना है?
12 जून को भारत के अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुए एक भीषण एयरक्राफ्ट हादसे ने पूरे देश को हिला दिया।

12 जून को भारत के अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुए एक भीषण एयरक्राफ्ट हादसे ने पूरे देश को हिला दिया। लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो कि एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी, उड़ान भरते ही क्रैश हो गई। इस हादसे में एयरक्राफ्ट में सवार सभी 241 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा एयरक्राफ्ट के गिरने से पास के डॉक्टर्स हॉस्टल में भी कुछ लोगों की जान चली गई। इस दर्दनाक हादसे के बाद एयर इंडिया ने मृतकों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। हालांकि, यह मुआवजा सिर्फ शुरुआती सहायता है। ये इंश्योरेंस क्लेम 1000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।

ऐसे मामलों में असली मुआवजा मॉन्ट्रियल कन्वेंशन 1999 के तहत तय होगा, जिसे भारत ने 2009 में स्वीकार किया था।

क्या होता है मॉन्ट्रियल कन्वेंशन?

मॉन्ट्रियल कन्वेंशन एक अंतरराष्ट्रीय नियम है, जिसके तहत एयरक्राफ्ट हादसों में मृतकों और घायलों को मुआवजा दिया जाता है। इसके तहत किसी भी यात्री की मौत या चोट के लिए एयरलाइन को 1,28,821 स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) तक का मुआवजा देना होता है। अक्टूबर 2024 के मुताबिक 1 SDR की कीमत $1.33 (लगभग 111 रुपये) थी। यानी हर यात्री के लिए करीब 1.43 करोड़ रुपये तक का मुआवजा बन सकता है। अगर एयरलाइन की लापरवाही साबित होती है तो इससे ज्यादा मुआवजा भी मिल सकता है।

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