आज के दौर में युवा अब नौकरी के पीछे भागने की बजाय कुछ नया, अपना और स्थायी करना चाहते हैं। बड़ी-बड़ी डिग्रियां हासिल करने के बाद भी जब शहरों में रोजगार नहीं मिलता, तो वे गांव की ओर लौट रहे हैं। लेकिन इस बार नजरिया बदला है। अब गांव लौटकर खेती को पुराने तरीके से नहीं, बल्कि एक नए बिजनेस मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। खेती में तकनीक, प्लानिंग और मार्केटिंग की समझ जुड़ गई है। ऐसे में खेती अब सिर्फ हल चलाने का काम नहीं रहा, बल्कि स्मार्ट फार्मिंग बन चुकी है।