यूनियन रोड और हाइवे मिनिस्टर नितिन गडकरी मुंबई मे चल रहे इंडिया टूडे कॉन्क्लेव 2022 में बोलते हुए कहा है कि 2024 तक भारत में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कम से कम 50 फीसदी कमी लाने के संकल्प पर काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि भारत में बनाए जा रहे हाईवे को तमाम बातों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि "मैं बहुत ही विनम्रता से यह स्वीकार करना चाहता हूं कि हमें सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में अभी तक बहुत बड़ी सफलता नहीं मिली है। देश में हर साल 5 लाख रोड़ एक्सीडेंट होते है जिनमें करीब 1.5 लाख लोगों की मौत होती है। मुझे भी अपनी पत्नी और बेटी के साथ सड़क दुर्घटना का सामना करना पड़ा है लेकिन हमें सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए आपकी जरुरत है। हम शिक्षित लोग है। हमें इसके लिए कानून में बदलाव की जरुरत है । लेकिन इसके लिए हमें आम लोगों और मीडिया के भी जरुरत है।"
इस बातचीत में उन्होंने आगे कहा कि " सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मैं तमाम ऑटोमोबाइल कंपनियों और ऐसे तमाम एनजीओ के साथ बातचीत कर रहा हूं जो एक्सीडेंट के बाद तुरंत आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध कराती है। 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं में 50 फीसदी तक की कमी लाने के संकल्प के साथ काम कर रहे है।
उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के लिए रोड इंजीनियरिंग बहुत बड़ी समस्या है। हमने हर कार में एयरबैग्स लगाने, दोपहिया वाहनों के लिए हेलमेट को अनिवार्य करने सहित नया वाहन एक्ट लेकर आए है। हमने 40,000 करोड़ रुपये खर्च कर ब्लैक स्पॉट की पहचान की और उसमें सुधारने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इसके लिए लोगों और मीडिया का सहयोग जरूरी है।