डिजीलॉकर अब सिर्फ एक डिजिटल डॉक्यूमेंट स्टोरेज प्लेटफार्म नहीं रह गया है, बल्कि भारत के डिजिटल गवर्नेंस की रीढ़ बन चुका है। मंत्रालय द्वारा हाल ही में घोषित किया गया है कि डिजीलॉकर में एआई आधारित ईकेवाईसी और वैश्विक क्रेडेंशियल वेरिफिकेशन फीचर्स जोड़े जाएंगे, जो इसे और अधिक सुरक्षित, भरोसेमंद और तेज बनाएंगे।
