FD vs Gold vs Stock Loan: जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है, तो लोन लेना सबसे आसान रास्ता होता है। ये लोन तेजी से प्रोसेस होते हैं, तुरंत पैसा मिल जाता है और आपके शॉर्ट-टर्म खर्चों को पूरा करने में मदद करते हैं। आज बाजार में कई तरह के लोन प्रोडक्ट्स मौजूद हैं। कुछ अनसिक्योर्ड लोन होते हैं जो आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर मिलते हैं।
लेकिन अगर क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है या आप कुछ और विकल्प तलाश रहे हैं, तो एसेट के बदले लोन लिया जा सकता है। जैसे कि फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), सोना या शेयर। हर प्रकार का एसेट-बेस्ड लोन अलग ढांचे और जोखिम के साथ आता है। यह आपकी अलग-अलग वित्तीय जरूरतों के मुताबिक फायदेमंद हो सकता है।
FD के बदले मिलने वाला लोन सबसे सुरक्षित माना जाता है। इस पर तय ब्याज दर होती है और जोखिम बहुत कम होता है क्योंकि आपकी जमा रकम बढ़ती रहती है। खराब क्रेडिट हिस्ट्री वाले लोग भी यह लोन ले सकते हैं। आमतौर पर, बैंक FD की रकम का 90% तक लोन देते हैं।
ब्याज दर: यह बैंक के FD रेट से करीब 1% ज्यादा होती है। जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया FD पर 6.5% ब्याज देता है, तो लोन पर 7.5% चार्ज करेगा।
गोल्ड लोन भी आसानी से मिलने वाला विकल्प है। खासकर, अगर आपके पास आभूषण या सोने के सिक्के हैं। इसमें लोन अमूमन सोने के मूल्य का 75% तक मिलता है।
ब्याज दर: लगभग 9% सालाना से शुरू होती है। अगर मार्केट में सोने की मांग ज्यादा है, तो ब्याज दर और भी कम मिल सकती है क्योंकि बैंक का रिस्क घट जाता है।
शेयर या म्यूचुअल फंड पर लोन
अगर आपने शेयर, म्यूचुअल फंड या इंश्योरेंस में निवेश किया है, तो इनकी मदद से भी लोन लिया जा सकता है। लेकिन इसमें जोखिम ज्यादा होता है क्योंकि शेयर बाजार अस्थिर होता है। इसमें शेयरों की वैल्यू का अधिकतम 50% तक लोन मिल सकता है।
ब्याज दर: शेयर और म्यूचुअल फंड पर लोन में ब्याज दर 11% या उससे ज्यादा हो सकती है। मसलन, SBI म्यूचुअल फंड यूनिट्स पर लोन के लिए 11.50% ब्याज लेता है।
लोन लेते समय सबसे जरूरी है कि आप अपनी रीपेमेंट कैपेसिटी को ध्यान में रखें। सिर्फ शॉर्ट टर्म जरूरत पूरी करने के लिए ऐसा लोन न लें जो आपकी लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल हेल्थ बिगाड़ दे।
अगर आपको जोखिम से बचना है तो FD या गोल्ड बेस्ट हैं। लेकिन अगर आपके पास निवेश हैं और जल्दी फंड चाहिए, तो शेयर या म्यूचुअल फंड पर लोन भी एक विकल्प है। लेकिन, इसमें थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत रहेगी।