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बीते एक साल में Gold ETF ने दिया 22% तक रिटर्न, क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जियोपॉलिटिकल टेंशन आगे भी बने रहने के आसार हैं। ऐसे में इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 5-10 फीसदी होनी चाहिए। निवेशक गोल्ड ईटीएफ में यह निवेश कर सकते हैं। बीते एक साल में ज्यादातर गोल्ड ईटीएफ ने 21-22 फीसदी के बीच रिटर्न दिया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 14, 2024 पर 4:31 PM
बीते एक साल में Gold ETF ने दिया 22% तक रिटर्न, क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
सबसे ज्यादा एयूएम Nippon India Gold ETF का है। इसका AUM 15,247.92 करोड़ रुपये है।

गोल्ड के लिए यह साल शानदार रहा है। गोल्ड ने निवेशकों को 2024 में अच्छा रिटर्न दिया है। इसका असर गोल्ड ईटीएफ पर दिखा है। गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बीते एक साल में 64 फीसदी बढ़कर 44,200 करोड़ रुपये हो गया है। सिर्फ नवंबर में गोल्ड ईटीएफ में 1,257 करोड़ रुपये का निवेश आया। यह जानकारी एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एंफी) के डेटा से मिली है। जनवरी 2020 से गोल्ड ईटीएफ में 25,409 करोड़ रुपये निवेश आया है।

गोल्ड निवेश के लिए अट्रैक्टिव

सवाल है कि क्या यह गोल्ड (Gold) में निवेश का सही वक्त है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने की कई वजहें हैं। जियोपॉलिटिकल टेंशन बना हुआ है। इनफ्लेशन कोशिशों के बावजूद हाई बना हुआ है। स्टॉक मार्केट में सेंटिमेंट कमजोर है। ऐसे में निवेशक अपने पैसे की सेफ्टी के लिए गोल्ड में निवेश कर रहे हैं। चूंकि, निवेशकों को अब पेपर गोल्ड में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद लगता है, इसलिए गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में निवेश बढ़ रहा है।

डायवर्सिफिकेशन के लिए गोल्ड में निवेश जरूरी

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