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होम लोन के ज्यादा इंटरेस्ट रेट से परेशान हैं? ये तरीके कर सकते हैं आपकी मदद

बैंकों ने अक्टूबर 2019 से फ्लोटिंग रेट के सभी लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग रेट (EBLR) से लिंक कर दिए थे। रिटेल लोन के मामले में EBLR का मतलब रेपो रेट से है। इसलिए रेपो रेट में घटने या बढ़ने पर इसका सीधा असर लोन लेने वाले ग्राहकों पर पड़ता है। मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच RBI ने रेपो रेट 250 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाया है। यह 6.5 फीसदी पर पहुंच गया है। इससे होम लोन का इंटरेस्ट रेट भी बढ़ गया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Dec 16, 2023 पर 4:08 PM
होम लोन के ज्यादा इंटरेस्ट रेट से परेशान हैं? ये तरीके कर सकते हैं आपकी मदद
अभी ज्यादातर बैंक 8.4 से 11 फीसदी इंटरेस्ट रेट पर होम लोन दे रहे हैं।

RBI ने 8 दिसंबर को इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं किया। इससे फिलहाल होम लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी आने की उम्मीद नहीं है। बैंकों ने अक्टूबर 2019 से फ्लोटिंग रेट के सभी लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग रेट (EBLR) से लिंक कर दिए थे। रिटेल लोन के मामले में EBLR का मतलब रेपो रेट से है। इसलिए रेपो रेट में घटने या बढ़ने पर इसका सीधा असर लोन लेने वाले ग्राहकों पर पड़ता है। मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच RBI ने रेपो रेट 250 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ाया है। यह 6.5 फीसदी पर पहुंच गया है। इससे होम लोन का इंटरेस्ट रेट भी बढ़ गया है। अभी ज्यादातर बैंक 8.4 से 11 फीसदी इंटरेस्ट रेट पर होम लोन दे रहे हैं। जिन लोगों ने पहले होम लोन लिया था, उनकी EMI भी काफी बढ़ गई है। जिन लोगों ने EMI में वृद्धि का विकल्प नहीं लिया है, उनके लोन की अवधि बढ़ गई है।

बैंक से इंटरेस्ट रेट कम करने के बारे में बातचीत कर सकते हैं

पैसा बाजार के होम लोन के हेड रतन चौधरी ने कहा कि अगर आप अपने होम लोन के इंटरेस्ट रेट में राहत चाहते हैं तो आप अपने बैंक से इस बारे में बात कर सकते हैं। अगर पुराने होम लोन और नए लोन के इंटरेस्ट रेट्स में ज्यादा फर्क है तो आप अपने बैंक से इंटरेस्ट रेट में राहत के बारे में बात कर सकते हैं। इसके लिए आपको बैंक को ईमेल भेजना होगा, जिसमें आपको लोन की रीप्राइसिंग/कनवर्जन फी के बारे में रिक्वेस्ट करना होगा। यह फी लोन के बकाया अमाउंट का 0.25 से 0.50 के बीच हो सकती है।

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