Term Deposit: कोई जोखिम नहीं, रिटर्न भी गारंटीड; जानिए टर्म डिपॉजिट के सभी फायदे

टर्म डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, जिसमें तय ब्याज दर और पूंजी की सुरक्षा मिलती है। यह फिक्स्ड डिपॉजिट और रिकरिंग डिपॉजिट के रूप में उपलब्ध होता है। निवेशक अपनी जरूरत के अनुसार अवधि और ब्याज भुगतान विकल्प चुन सकते हैं।

अपडेटेड Mar 27, 2025 पर 9:50 PM
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टर्म डिपॉजिट में आपको पहले से पता रहता है कि कितने समय बाद और कितना रिटर्न मिलेगा।

Term Deposit Benefits: अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा सुरक्षित रहे और उस पर अच्छा ब्याज भी मिले, तो टर्म डिपॉजिट (Term Deposit) शानदार बढ़िया विकल्प हो सकता है। इसमें आपका निवेश कुछ समय के लिए लॉक रहता है और उस पर निश्चित ब्याज मिलता है। इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि आपका पैसा बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रहता है और आपको गारंटीड रिटर्न मिलता है।

बैंकों और वित्तीय संस्थानों में टर्म डिपॉजिट के कई विकल्प मिलते हैं, जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और रिकरिंग डिपॉजिट (RD)। इसकी अवधि कुछ महीनों से लेकर 10 साल तक हो सकती है। इस दौरान आपकी राशि पर मिलने वाली ब्याज दर वही रहती है, जो खाता खोलते समय तय की गई थी।

टर्म डिपॉजिट में कितना निवेश करें?


कई बैंक सिर्फ ₹1,000 से भी टर्म डिपॉजिट की शुरुआत करने की सुविधा देते हैं। लेकिन यह पूरी तरह आपकी वित्तीय स्थिति और निवेश लक्ष्य पर निर्भर करता है कि आप कितना पैसा जमा करना चाहते हैं। डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) के तहत ₹1,00,000 तक की राशि सुरक्षित रहती है।

टर्म डिपॉजिट की खास बातें क्या हैं?

टर्म डिपॉजिट पूरी तरह सुरक्षित होता है, क्योंकि इसमें पूंजी खोने का कोई जोखिम नहीं रहता। यह पैसा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की देखरेख में रहता है। इसके कुछ अन्य फायदे भी हैं:

  • निश्चित ब्याज दर: बाजार चाहे ऊपर जाए या नीचे, टर्म डिपॉजिट की ब्याज दर वही बनी रहती है, जो खाते की शुरुआत में तय की गई थी। यानी आपके निवेश पर मिलने वाला रिटर्न पहले से तय रहता है।
  • कम जोखिम: अगर आप शेयर बाजार जैसे जोखिम भरे निवेश से बचना चाहते हैं और गारंटीड रिटर्न चाहते हैं, तो टर्म डिपॉजिट एक बेहतरीन विकल्प है।
  • तय अवधि में मैच्योरिटी: टर्म डिपॉजिट एक निश्चित समय के लिए किया जाता है। इससे आपको पहले से पता रहता है कि कितने समय बाद और कितना रिटर्न मिलेगा।
  • ब्याज पर टैक्स: अगर किसी वित्त वर्ष में टर्म डिपॉजिट से अर्जित ब्याज वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000 से ज्यादा हो जाता है, तो यह कर योग्य हो जाता है। पैन कार्ड धारकों के लिए TDS 10% की दर से काटा जाता है, जबकि पैन कार्ड न होने पर यह 20% तक हो सकता है।
  • ब्याज भुगतान के विकल्प: आप अपनी सुविधा के अनुसार ब्याज प्राप्त करने का तरीका चुन सकते हैं। यह ब्याज मासिक, तिमाही, छमाही, वार्षिक या मैच्योरिटी (Maturity) के समय लिया जा सकता है।

क्या टर्म डिपॉजिट आपके लिए सही है?

अगर आप बिना किसी जोखिम के अपने पैसे को बढ़ाना चाहते हैं और तय ब्याज दर के साथ गारंटीड रिटर्न चाहते हैं, तो टर्म डिपॉजिट आपके लिए सही विकल्प हो सकता है। खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों, नौकरीपेशा लोगों और ऐसे निवेशकों के लिए, जो बाजार के उतार-चढ़ाव से बचना चाहते हैं, यह एक भरोसेमंद तरीका है। हालांकि, अगर आप अधिक रिटर्न चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड या फिर शेयर बाजार का रुख कर सकते हैं।

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Suneel Kumar

Suneel Kumar

First Published: Mar 27, 2025 9:50 PM

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