₹1 लाख का पर्सनल लोन चाहते हैं? जानिए कितना होना चाहिए क्रेडिट स्कोर

Credit Score: क्या आपका क्रेडिट स्कोर ₹1 लाख के पर्सनल लोन के लिए काफी है? जानिए किन शर्तों पर कौन-सा बैंक लोन देगा और कम क्रेडिट स्कोर होने पर क्या करें।

अपडेटेड May 05, 2025 पर 3:10 PM
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अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या इससे अधिक है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं।

Credit Score: अगर आप किसी भी तरह का लोन लेना चाहते हैं, तो उसमें क्रेडिट स्कोर की भूमिका काफी अहम हो जाती है। खासकर, पर्सनल लोन में क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट प्रोफाइल की अहमियत काफी अधिक होती है क्योंकि इसमें आपको कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती। ये दोनों ही चीजें आपकी वित्तीय साख (creditworthiness) को बताती हैं। बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स इस स्कोर के जरिए यह तय करते हैं कि आपको लोन देना कितना जोखिम भरा हो सकता है।

आइए जानते हैं कि आदर्श क्रेडिट स्कोर क्या होता है और आपको 1 लाख लाख रुपये का पर्सनल लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर कितना होना चाहिए।

आदर्श क्रेडिट स्कोर क्या है?


क्रेडिट स्कोर 300 से 900 तक होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, बैंक लोन अप्रूव करते समय आमतौर पर 700 या उससे अधिक के क्रेडिट स्कोर को तवज्जो देते हैं। क्रेडिट स्कोर जितना अधिक होगा, आपकी साख उतनी ही बेहतर मानी जाएगी। इससे लोन मिलने और बेहतर ब्याज दर मिलने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि, कुछ बैंक कम स्कोर वालों को भी लोन देते हैं, लेकिन सख्त शर्तों के साथ।

किन बातों पर गौर करते हैं बैंक?

आप अक्सर लोन देने से पहले कुछ खास बातों पर गौर करते हैं। फिर चाहे आप किसी भी तरह का लोन ले रहे हों... पर्सनल लोन, होम लोन या फिर कार लोन।

  • क्रेडिट स्कोर (सबसे अहम)
  • पिछली पेमेंट हिस्ट्री
  • पुराने डिफॉल्ट की जानकारी
  • कुल देनदारी बनाम आय (DTI)
  • आय की स्थिरता और रोजगार का प्रकार

₹1 लाख के पर्सनल लोन के लिए कितना क्रेडिट स्कोर चाहिए?

अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या इससे अधिक है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं। बैंक आपको आसान शर्त और रियायती ब्याज दर के साथ ₹1 लाख तक पर्सनल लोन दे देंगे। HDFC Bank और Kotak Mahindra Bank जैसे प्राइवेट बैंक 720+ का क्रेडिट स्कोर होने पर बेहतर शर्तों के साथ लोन दे देते हैं।

वहीं, अगर आपका क्रेडिट स्कोर 700 से कम है, तो आपको बैंक से पर्सनल लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है। ऐसी स्थिति में आपको नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) का रुख करना होगा। बजाज फिनसर्व जैसी NBFC ₹1 लाख का पर्सनल लोन देने के लिए अमूमन 685 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर मांगती है। इससे कम क्रेडिट स्कोर होने पर लोन की शर्तें और ब्याज दर काफी सख्त हो सकती है।

लोन में ये फैक्टर भी होते हैं अहम

  • वित्तीय संस्थान लोन देने से पहले यह भी देखते हैं कि आपके पास कर्ज चुकाने के लिए भरोसेमंद आमदनी का जरिया है या नहीं।
  • बैंक स्वरोजगार या फ्रीलांस करने वालों की तुलना में वेतनभोगी या लगातार कमाने वाले प्रोफेशनल को प्राथमिकता देते हैं।
  • अगर उम्र की बात करें, तो आमतौर पर 21 से 60 साल तक के लोग लोन के लिए उपयुक्त माने जाते हैं, जिनका कोई नेगेटिव रिकॉर्ड न हो।
  • अगर Debt to Income Ratio (DTI) कम है, तो लोन जल्दी अप्रूव हो सकता है। यह रेशियो कर्ज और आमदनी के बीच का अनुपात बताता है।

क्रेडिट स्कोर को कैसे सुधारें

  1. सभी EMI और क्रेडिट कार्ड बकाया समय से पहले चुका दें। अगर मुमकिन हो, तो समय से पहले ही चुका दें।
  2. क्रेडिट कार्ड की लिमिट का समझदारी से इस्तेमाल करें। कुल उपलब्ध क्रेडिट का 30% से कम ही यूज करें।
  3. अपनी क्रेडिट रिपोर्ट नियमित तौर पर जांच करें, अगर कोई गलती या गड़बड़ी हो तो तुरंत सुधार करवाएं।
  4. लोन या कार्ड के लिए अक्सर अप्लाई न करें। हर एप्लिकेशन से हार्ड इंक्वायरी होती है, जिससे स्कोर कम हो सकता है।

यह भी पढ़ें : Credit Score: लोन इंक्वायरी का क्रेडिट स्कोर पर कैसे पड़ता है असर? 5 प्वाइंट में जानिए जवाब

नोट: ये क्रेडिट स्कोर सिर्फ एक संकेत हैं। लोन अप्रूवल में बाकी फैक्टर भी अहम होते हैं, जैसे पेमेंट इतिहास, DTI और पुराना कोई डिफॉल्ट।

 

Suneel Kumar

Suneel Kumar

First Published: May 05, 2025 3:10 PM

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