India-Canada Tensions: भारत ने करीब दो महीने के रोक के बाद कनाडाई नागरिकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वीजा सर्विस (e-visa services for Canadian nationals) फिर से बहाल कर दी है। वर्चुअल G-20 लीडर्स समिट में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की भागीदारी से पहले सूत्रों ने बुधवार को कहा कि भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। इसमें एंट्री वीजा, बिजनेस वीजा, मेडिकल वीजा और कॉन्फेंस वीजा जारी करना शामिल है।
सितंबर महीने में भारत और कनाडा के रिश्तों में उस समय तनाव पैदा हो गया था जब कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था।
भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका बताकर खारिज कर दिया था। कुछ दिन बाद भारत ने घोषणा की कि वह कनाडाई नागरिकों को वीजा जारी करने की प्रक्रिया को अस्थायी रूप से निलंबित कर रहा है। उसने कनाडा से भारत में अपने राजनयिकों की संख्या कम करने को भी कहा था।
भारत ने कनाडा से यह भी कहा था कि वह अपनी धरती से गतिविधियां चला रहे आतंकवादियों और भारत विरोधी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करे। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए ई-वीजा सेवा फिर से शुरू कर दी है।
जस्टिन ट्रूडो ने हाल ही में कहा था कि भारत दुनिया की असाधारण रूप से महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है। जलवायु परिवर्तन से निपटने और आर्थिक विकास सहित कई क्षेत्रों में कनाडा, भारत का महत्वपूर्ण भागीदार है। G-20 समिट से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता के तुरंत बाद मीडिया ब्रीफिंग में उन्होंने यह टिप्पणी की।
कनाडा में खालिस्तानी तत्वों की बढ़ती गतिविधियों पर भारत की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर, ट्रूडो ने कहा कि उनका देश शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की स्वतंत्रता की हमेशा रक्षा करेगा लेकिन साथ ही हिंसा को रोकेगा और नफरत को पीछे धकेलने के लिए हमेशा प्रयास करेगा।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की असाधारण रूप से एक महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था है और जलवायु परिवर्तन से निपटने से लेकर नागरिकों के लिए विकास और समृद्धि के लिए कनाडा का एक महत्वपूर्ण भागीदार है। कनाडा के प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष मौजूदा सहयोग को बढ़ाने पर विचार करना जारी रखेंगे।