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PM Fasal Bima Yojana: 1 रुपये में कराया बीमा, 60000 रुपये मिला मुआवजा, किसानों के लिए संजीवनी है यह योजना

PM Fasal Bima Yojana: पीएम फसल बीमा योजना के तहत फसलों को सूखा, आंधी, तूफान, बे मौसम बारिश, बाढ़ आदि जैसे जोखिम से सुरक्षा मिलती है। इसमें किसानों को किफायती दर पर इंश्योरेंस कवर मिलता है। ऐसे ही महाराष्ट्र के प्याज उत्पादक किसान ने 1 रुपये के प्रीमियम पर हजारों रुपये का मुआवजा मिला है

MoneyControl Newsअपडेटेड Feb 13, 2025 पर 3:33 PM
PM Fasal Bima Yojana: 1 रुपये में कराया बीमा, 60000 रुपये मिला मुआवजा, किसानों के लिए संजीवनी है यह योजना
PM Fasal Bima Yojana: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल के नुकसान से बचा जा सकता है।

केंद्र सरकार किसानों के फसल के नुकसान की भरपाई के लिए पीएम फसल बीमा योजना चला रही है। इस योजना के तहत किसानों की रबी और खरीफ फसलों का बीमा किया जाता है। खास बात यह है कि इस पीएम फसल बीमा योजना में सिर्फ 2 फीसदी प्रीमियम पर खरीफ फसलों का बीमा किया जाता है। बाकी प्रीमियम सरकार की ओर से भरा जाता है। किसानों के फसलों की बर्बादी की भरपाई सरकार की ओर से बीमा के जरिए की जाती है। महाराष्ट्र के एक प्याज उत्पादक किसान ने भी इस योजना का फायदा उठाया है। किसान श्रेयस तुकाराम ने अपनी पांच एकड़ प्याज की फसल का बीमा कराया था।

दरअसल किसान तुकाराम प्याज की खेती करते हैं। उन्होंने अपनी फसल का बीमा कराया था। पिछले साल अप्रैल महीने में बारिश हो गई। ऐसे में किसान को पीएम फसल बीमा योजना के तहत 60,000 रुपये मुआवजा मिला था। उन्होंने कहा कि इस तरह से फसल का बीमा कराने का उनका दांव सफल रहा। किसान श्रेयस ने बताया कि यह नुकसान की भरपाई के लिए पर्याप्त नहीं था, लेकिन इससे बुवाई की लागत पूरी हो गई। इससे प्याज की खेती में खास नुकसान नहीं झेलना पड़ा।

महाराष्ट्र में बढ़ा पीएम किसान का दायरा

महाराष्ट्र में पीएम फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ता जा रहा है। किसानों का रुझान अब फसल की बीमा की ओर बढ़ा है। उन्हें भरोसा हो गया है कि पीएम फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा जरूर मिलता है। महाराष्ट्र के नायगांव के एक किसान ने भी पीएम फसल बीमा योजना के तहत अपनी फसल की बीमा कराया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2024-25 में महाराष्ट्र में 7.43 लाख हेक्टेयर से अधिक प्याज की फसल का बीमा किया गया है। 5 साल पहले, 2019-20 में, यह संख्या सिर्फ 45,000 हेक्टेयर थी। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मामूली प्रीमियम चार्ज करने से बीमा कराने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। साल 2023 से महाराष्ट्र में किसानों को सिर्फ 1 रुपये का प्रीमियम देना होता है।

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