Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार की ओर से कई स्माल सेविंग स्कीम्स (Small Saving Schemes) चला रही है। ये योजनाएं उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी हैं जो थोड़ा-थोड़ा पैसे निवेश करके भविष्य के लिए अच्छा-खासा फंड बनाना चाहते हैं। अगर आप भी अपनी बेटी की शादी या हाएर एजुकेशन के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana – SSY) में निवेश करना बेहतर साबित हो सकता है। बेटी पढाओ, बेटी बचाओ योजना के तहत केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मकसद है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में जन्म लेने वाली बेटियों को भविष्य में आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़े।
इस योजना की खास बात यह है कि इसमें 250 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है। इसमें ब्याज भी अन्य योजनाओं के मुकाबले अच्छी मिलती है। इसके साथ ही टैक्स छूट में लाभ भी मिलता है। सुकन्या समृद्धि योजना में बेटियों की उम्र 10 साल पूरी होने से पहले निवेश किया जाता है।
इस योजना का लॉक-इन पीरियड 21 साल है। यानी यह योजना 21 साल में मेच्योर होगी। ऐसे में मेच्योरिटी से पहले आप पैसे नहीं निकाल सकते हैं। अगर इस बीच आप पैसे निकालते हैं तो आपका बड़ा नुकसान हो सकता है। हालांकि बेटी की उम्र 18 साल होने पर एजुकेशन के लिए 50 फीसदी रकम निकाल सकते हैं। वहीं अकाउंट होल्डर्स की अचानक मौत होने पर मेच्योरिटी से पहले पैसे निकाल सकते हैं। इसके बाद सारा पैसा तभी निकाला जा सकता है जब वो 21 साल की उम्र की होगी। इस योजना की खासियत ये है कि आपको पूरे 21 साल तक पैसे नहीं जमा करना होता है। अकाउंट खोलने से लेकर 15 साल तक ही पैसे जमा किए जा सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर अब 8 फीसदी सालाना हो गया है। खास बात यह है कि योजना की मेच्योरिटी तो 21 साल है, लेकिन इसमें पैरेंट्स को 15 साल ही निवेश करना होता है। बाकी बचे साल के लिए ब्याज जुड़ता रहता है। इस स्कीम में अधिकतम 1,50,000 रुपये सालाना जमा कर सकते हैं। निवेश का विकल्प मंथली बेसिस पर भी हो सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना टैक्स फ्री स्कीम है। इस पर EEE यानी तीन अलग-अलग स्तर पर टैक्स छूट मिलता है। पहला इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 C के तहत 1.50 लाख तक सालाना निवेश पर छूट। दूसरा इससे मिलने वाले रिटर्न पर टैक्स नहीं लगता। तीसरा मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्स फ्री है।