रुपये का अपना एक नियम है, ऐसा नियम जिसे व्यक्ति स्कूली शिक्षा और किसी किताबी ज्ञान से नहीं सिख सकता है। पैसे के नियम को व्यक्ति खुद से ही सिख सकता है। जो रुपये के मूल सिद्घांत को सिख पाने में कामयाब होता है वह अपनी वित्तीय जरूरतों को आसानी से पूरा कर लेता है। वहीं जो रुपये के नियम को समझने से चूक जाता है वह कभी स्वतंत्र रूप से अपनी वित्तीय जरूरतों को हासिल नहीं कर पाता है।