मधु लुनावत को म्यूचुअल फंड बिजनेस शुरू करने की मंजूरी सेबी से मिल गई है। मधु देश की पहली महिला हैं, जो म्यूचुअल फंड बिजनेस शुरू करने जा रही हैं। इसे इंडिया में तेजी से बढ़ती म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एक अहम पड़ाव के रूप में देखा जा रहा है। मधु पेंटोमैथ ग्रुप की को-फाउंडर और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हैं। अभी इंडिया के 70 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में पुरुषों का वर्चस्व है। इसका अंदाजा इस बाते से लगाया जा सकता है कि इंडिया में कुल 46 एसेट मैनेजमेंट कंपनियां हैं, जिनमें से सिर्फ एक कंपनी एडलवाइज की बॉस एक महिला हैं। उनका नाम राधिका गुप्ता है, जो एडलवाइज की एमडी और सीईओ हैं।
कई बड़ी कंपनियों में जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं
आंत्रप्रेन्योर बनने से पहले मधु (Madhu Lunawat) कई बड़ी कंपनियों में अहम जिम्मेदारियां संभाल चुकी हैं। इनमें इंफोसिस, एएसआरईसी और एडलवाइज ग्रुप शामिल हैं। एडलवाइज एआरसी में वह सीएफओ रह चुकी हैं। मधु की कंपनी को 18 जुलाई को सेबी का सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन मिल गया। दी वेल्थ म्यूचुअल फंड कंपनी का फोस व्यापक रिसर्च आधारित इनवेस्टमेंट पर होगा। यह कंपनी इनवेस्टर्स की जरूरतों को ध्यान में रख आसान प्रोडक्ट्स लॉन्च करेगी।
टियर-3 और छोटे शहरों पर होगा फोकस
दी वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड कंपनी का फोकस टियर-3 और छोटे शहरों पर होगा। इन शहरों में लोगों की इनकम तेजी से बढ़ रही है। मधु की कंपनी इस मौके का फायदा उठाना चाहती है। इससे पहले दी वेल्थ कंपनी अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट स्पेस में अच्छी सफलता हासिल कर चुकी है। मधु ने कहा, " पिछले कुछ सालों से म्यूचुअल फंड आम निवेशकों के लिए इनवेस्टमेंट का सबसे भरोसेमंद जरिया बन गया है।" उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश इस ट्रेंड को आगे बढ़ाने की होगी।
पेशे से एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं मधु
मधु एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। उन्होंने कहा है कि एक महिला के म्यूचुअल फंड बिजनेस को सेबी की मंजूरी मिलना सिर्फ उनके लिए सम्मान की बात नहीं है बल्कि यह हर उस महिला के लिए सम्मान की बात है, जो फाइनेंशियल परिदृश्य को गढ़ना चाहती हैं, इसका नेतृत्व करना चाहती है और इसकी दिशा तय करना चाहती हैं। मधु की एएमसी देश के दूरदराज के इलाकों में अपनी पहुंच बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का पूरा इस्तेमाल करेगी। यह कंपनी ग्राहकों के हितों को प्राथमिकता देगी।
इंफोसिस से शुरू किया था करियर
मधु मूलत: असम की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इंफोसिस से की थी। उसके बाद वह फाइनेंशियल सर्विसेज में अपनी दिलचस्पी की वजह से मुंबई आ गईं। उन्होंने महावीर लुनावत के साथ मिलकर 2013 में पैंटोमैथ ग्रुप की शुरुआत की। दी वेल्थ कंपनी का एसेट अंडर मैनेजमेंट 2024 में 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा था।