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NCD : क्या यह BSE और NSE में कंपनियों के एनसीडी में निवेश करने का सही समय है?

कंपनियां पूंजी की जरूरतों पूरी करने के लिए NCD इश्यू पेश करती हैं। ये एनसीडी बीएसई और एनएसई में लिस्टेड होते हैं। निवेशक स्टॉक एक्सचेंज के जरिए कॉर्पोरेट एनसीडी में निवेश कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स अच्छी कंपनियों और हाई रेटिंग वाले एनसीडी में निवेश करने की सलाह देते हैं

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 23, 2024 पर 11:12 AM
NCD : क्या यह BSE और NSE में कंपनियों के एनसीडी में निवेश करने का सही समय है?
NCD फिक्स्ड-इनकम इंस्ट्रूमेंट्स हैं। इसका मतलब है कि निवेश से पहले आपको पता होता है कि आपको इसमें निवेश से सालाना कितना रिटर्न मिलेगा।

अमेरिका में फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कमी करने के बाद इंडिया में भी इंटरेस्ट रेट घटने की उम्मीद बढ़ गई है। इसलिए एक्सपर्ट्स अभी अच्छी क्वालिटी के डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश की सलाह दे रहे हैं। जो निवेशक बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (बैंक एफडी) और म्यूचुअल फंड्स की डेट स्कीमों में निवेश नहीं करना चाहते, वे नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर्स (एनसीडी) में निवेश कर सकते हैं। बीएसई और एनएसई पर कई अच्छी कंपनियों के एनएसडी उपलब्ध हैं।

क्या एनसीडी में निवेश में रिस्क है?

निवेशकों को पहले यह जान लेना जरूरी है कि कंपनियों के एनसीडी (NCD) में बैंकों के एफडी और सरकारी बॉन्ड्स के मुकाबले थोड़ा रिस्क है। इसलिए उन्हें ज्यादा रेटिंग वाले एनसीडी में निवेश करना चाहिए। हाल में आए Adani Enterprises के एनसीडी को निवेशकों का अच्छा रिस्पॉन्स मिला था। कंपनी ने करीब 30 फीसदी एनसीडी रिटेल इनवेस्टर्स को एलॉट किए हैं। कंपनी के एनसीडी की मैच्योरिटी 2 से 5 साल के बीच है। इनकी यील्ड सालाना 9.25 से 9.90 फीसदी के बीच है।

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