अमेरिका में फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कमी करने के बाद इंडिया में भी इंटरेस्ट रेट घटने की उम्मीद बढ़ गई है। इसलिए एक्सपर्ट्स अभी अच्छी क्वालिटी के डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश की सलाह दे रहे हैं। जो निवेशक बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (बैंक एफडी) और म्यूचुअल फंड्स की डेट स्कीमों में निवेश नहीं करना चाहते, वे नॉन-कनवर्टिबल डिबेंचर्स (एनसीडी) में निवेश कर सकते हैं। बीएसई और एनएसई पर कई अच्छी कंपनियों के एनएसडी उपलब्ध हैं।