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न्यू ईयर 2024 में लें ये 12 रिजॉल्यूशन, फाइनेंशियल गोल हासिल करने में होगी आसानी

नए साल में रुपये-पैसों के मामलों में यह ध्यान रखना जरूरी है कि हम गलतियां कम से कम करें। इससे हमारी वित्तीय स्थिति अच्छी रहेगी। हमें अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ेगा। तय समय पर वित्तीय जिम्मेदारी पूरी करने से हमें पेनाल्टी चुकाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी

अपडेटेड Jan 01, 2024 पर 3:32 PM
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जनवरी से मार्च का समय निवेश के लिए बेस्ट माना जाता है। अगर आपने अब तक एनपीएस को अपने रिटायरमेंट प्लानिंग का हिस्सा नहीं बनाया है तो अब इसे जरूर अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग में शामिल कर लें।

New year 2024 : नए साल की शुरुआत हो गई है। यह पिछली गलतियों से सबक लेकर नई शुरुआत करने के लिए सबसे सही समय है। खासकर रुपये-पैसों के मामलों में यह ध्यान रखना जरूरी है कि हम गलतियां कम से कम करें। इससे हमारी वित्तीय स्थिति अच्छी रहेगी। हमें अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए कर्ज नहीं लेना पड़ेगा। तय समय पर वित्तीय जिम्मेदारी पूरी करने से हमें पेनाल्टी चुकाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। मनीकंट्रोल आपको साल के हर महीने के लिहाज से 12 रिजॉल्यूशन के बारे में बता रहा है, जिन्हें ध्यान में रखने से आपके लिए फाइनेंशियल गोल हासिल करना आसान हो जाएगा। यह बहुत आसान है। आपको हर महीने सिर्फ एक रिजॉल्यूशन को ध्यान में रखना होगा।

जनवरी : मैं इनवेस्टमेंट डेक्लेरेशन समय पर फाइल करूंगा

हर साल जनवरी में एंप्लॉयर अपने एंप्लॉयीज से वित्त वर्ष के दौरान प्रस्तावित इनवेस्टमेंट के प्रूफ मांगते हैं। आम तौर पर इसे जनवरी की 15 तारीख तक सब्मिट करने को कहा जाता है। अगर आप तय समय सीमा के अंदर ये प्रूफ नहीं सौंपते हैं तो एंप्लॉयर आपकी इनकम के हिसाब से टैक्स काट लेगा। यह टैक्स आपकी सैलरी से काटा जाएगा। आम तौर पर कंपनियां टैक्स काटने के लिए वित्त वर्ष के बचे तीन महीनों-जनवरी, फरवरी और मार्च का इस्तेमाल करती हैं। ITR में इनवेस्टेंट की पूरी जानकारी देने पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट अतिरिक्त टैक्स का पैसा रिफंड कर देता है। इस पूरी प्रक्रिया में समय लगता है।


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फरवरी : मैं एनपीएस को अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग का हिस्सा बनाऊंगा

जनवरी से मार्च का समय निवेश के लिए बेस्ट माना जाता है। अगर आपने अब तक एनपीएस को अपने रिटायरमेंट प्लानिंग का हिस्सा नहीं बनाया है तो अब इसे जरूर अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग में शामिल कर लें। अगर आपका एंप्लॉयर आपके एनपीएस में कंट्रिब्यूट करने के लिए तैयार हो जाता है तो सेक्शन 80CCD(2) के तहत आपकी बेसिक सैलरी के 10 फीसदी तक के कंट्रिब्यूशन को टैक्स-छूट हासिल है। इसके अलावा सेक्शन 80 CCD (1B) के तहत एनपीएस में कंट्रिब्यूशन पर अतिरिक्त 50,000 रुपये का टैक्स बेनेफिट मिलता है। एंप्लॉयीज के कंट्रिब्यूशन पर डिडक्शन इनकम टैक्स की नई और पुरानी दोनों रीजीम में मिलता है।

मार्च : मैं टैक्स बचाने के लिए इंश्योरेंस-कम-इनवेटमेंट पॉलिसीज नहीं खरीदूंगा

टैक्स सेविंग्स के लिए आपको एंडॉमेंट प्लान और ULIP जैसी इंश्योरेंस कंपनियों की स्कीम में निवेश करने की जरूरत नहीं है। कई बार टैक्सपेयर्स सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये के डिडक्शन का फायदा उठाने के लिए इंश्योरेंस कंपनियों की स्कीम में बड़ा निवेश कर देते हैं। ऐसी पॉलिसीज में रिटर्न कम होता है। इसलिए इंश्योरेंस पॉलिसी को सिर्फ अपनी जरूरत को ध्यान में रखकर ही खरीदें।

अप्रैल : म्यूचुअल फंड्स की SIP की शुरुआत करें

नए वित्त वर्ष का शुरुआती महीना अप्रैल रुपये-पैसों के मामले में अच्छी आदत की शुरुआत के लिए सबसे अच्छा महीना होता है। इनकम से सेविंग्स बढ़ाने के लिए अप्रैल में SIP करना अच्छा रहेगा। अगर आप पहले से सिप में निवेश कर रहे हैं तो आप इसका अमाउंट अप्रैल में बढ़ा सकते हैं। इससे लंबी अवधि में आपको अच्छा पैसे जुटाने में मदद मिल सकती है।

मई : मैं हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस की अनदेखी नहीं करुंगा

अगर अब तक आपने खुद और परिवार के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं खरीदी है तो यह उसके लिए सही वक्त है। इसके अलावा आपके पास टर्म इंश्योरेंस होना भी जरूरी है। यह किसी अनहोनी की स्थिति में आपके परिवार को आर्थिक मुसीबत में फंसने से बचाएगा। आपके पास अपनी सालाना इनकम के 10-15 गुना अमाउंट का टर्म इंश्योरेंस कवर लेना जरूरी है।

जून : गोल्ड को भी बनाएं अपने निवेश पोर्टफोलियो का हिस्सा

अगर आपके इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड शामिल नहीं है तो 2024 में आपको जरूर इसे शामिल कर लेना चाहिए। साल 2023 में गोल्ड ने 15 फीसदी रिटर्न दिया है। पोर्टफोलियो को डायवर्सिफायड बनाने के लिए उसमें गोल्ड होना जरूरी है। गोल्ड को निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम माना जाता है।

जुलाई : वसीयत जरूरत बनाएं

अपनी कमाई को अपने बाद भी सुरक्षित रखने का आसान तरीका है इसे अपने बच्चों में बांट देना। इसके लिए आपको वसीयत बनानी होगी। आप वसीयत में बता सकते हैं कि आपक अपनी संपत्ति का कितना हिस्सा बच्चों और बीवी के बीच बांटना चाहते हैं। इससे आपके निधन के बाद भी आपके परिवार में सपंत्ति को लेकर लड़ाई की आशंका कम हो जाएगी।

अगस्त : अपने होम लोन के बोझ को घटाएं

अपने एनुअल इंक्रीमेंट का इस्तेमाल आप अपने लोन के बोझ को कम करने के लिए कर सकते हैं। आप तय EMI के मुकाबले ज्यादा EMI चुकाकार भी अपने होम लोन और दूसरे लोन को जल्द खत्म कर सकते हैं। इससे इंटरेस्ट के रूप में चुकाई जाने वाली कुल रकम घट जाएगी। यह पैसा आपके जरूरी काम आ सकता है।

सितंबर : अपने पोर्टफोलियो को रिव्यू करें

वित्त वर्ष के मध्य में अपने पोर्टफोलियो का रिव्यू करना जरूरी है। 2023 में करीब सभी एसेट क्लास-शेयर, गोल्ड और डेट का प्रदर्शन अच्छा रहा। लेकिन, इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आपके पोर्टफोलियो में किसी एक एसेट की हिस्सेदारी बहुत ज्यादा नहीं हो जाए। इसलिए साल में एक बार पोर्टफोलियो को रिव्यू करना बहुत जरूरी है। अगर आपको लगता है कि पोर्टफोलियो संतुलित नहीं है तो आप उसे संतुलित कर सकते हैं।

अक्टूबर : क्रेडिट कार्ड्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल नहीं करें

फेस्टिव सीजन में अचानक खर्च बढ़ जाते हैं। इससे क्रेडिट कार्ड्स के ज्यादा इस्तेमाल की संभावना बढ़ जाती है। क्रेडिट कार्ड का बिल टाइम पर नहीं चुकाने पर बैंक या एनबीएफसी उस पर काफी ज्यादा इंटरेस्ट लगाती हैं। इसलिए क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल पर हमेशा नजर रखें। क्रेडिट कार्ड से जरूरत से ज्यादा खर्च करने से आप मुसीबत में फंस सकते हैं।

दिसंबर : इमर्जेंसी फंड बनाएं

अगर आपने अब तक इमर्जेंसी फंड नहीं बनाया है तो उसे जरूरत बना लें। कोरोना की महामारी के दौरान उन लोगों को वित्तीय मुश्किल का कम सामना करना पड़ा, जिनके पास इमर्जेंसी फंड था। समय-समय पर आपको अपने इमरजेंसी फंड को बढ़ाने पर भी ध्यान देना चाहिए। इससे कभी आपको दूसरों से पैसे मांगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हर मुश्किल का मुकाबला आप आसानी से कर सकेंगे।

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