काम के दौरान कई बार दोस्त या रिश्तेदार से बात करना मुश्किल होता है। मुझे 1 मार्च को शाम करीब 5 बजे अंजली ने फोन किया। मैंने यह सोचकर फोन नहीं उठाया कि एक-डेढ़ घंटे के बाद कॉलबैक कर लूंगा। लेकिन, वह लगातार कॉल करती रही। तीसरी बार मैंने फोन पिक किया। पूछा कि क्या कोई इमर्जेंसी है? उसने कहा कि 2 मिनट बात करनी है। उसने बताया कि थोड़ी देर पहले उसने एक वेबसाइट पर शॉपिंग की है। पैसे अकाउंट से कट गए हैं, लेकिन वेबसाइट पर ट्रांजेक्शन अनसक्सेसफुल दिख रहा है। उसने यह भी कहा कि उसने वेसाइट पर दिए गए फोन नंबर पर फोन किया तो पता चला कि यह नंबर एग्जिस्ट नहीं करता है। वह थोड़ी घबराई हुई लगी। मैंने कहा कि आधे घंटे बाद मैं तुम्हें फोन करता हूं।