Personal Loan: पर्सनल लोन आज सबसे आसान और तेजी से मिलने वाले लोन में से एक है। बिना ज्यादा डॉक्यूमेंट्स, बिना कुछ गिरवी रखे और कुछ ही मिनटों में पैसा अकाउंट में आ जाता है। यही वजह है कि लोग अक्सर जरूरत से ज्यादा भी पर्सनल लोन लेने लगते हैं।

Personal Loan: पर्सनल लोन आज सबसे आसान और तेजी से मिलने वाले लोन में से एक है। बिना ज्यादा डॉक्यूमेंट्स, बिना कुछ गिरवी रखे और कुछ ही मिनटों में पैसा अकाउंट में आ जाता है। यही वजह है कि लोग अक्सर जरूरत से ज्यादा भी पर्सनल लोन लेने लगते हैं।
लेकिन हर खर्च के लिए पर्सनल लोन लेना समझदारी नहीं है। कई मामलों में यह आपकी फाइनेंशियल हेल्थ को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकता है। आइए समझते हैं कि किन कामों के लिए पर्सनल लोन बिल्कुल नहीं लेना चाहिए।
लग्जरी या गैर-जरूरी खरीदारी के लिए
पर्सनल लोन की सबसे बड़ी गलती होती है इसे महंगे गैजेट्स, लग्जरी आइटम, फर्नीचर, हाई-एंड मोबाइल, या अपग्रेडेड इलेक्ट्रॉनिक्स खरीदने में लगाना। ऐसी चीजों की वैल्यू समय के साथ गिरती है, जबकि EMI महीनों तक चुकानी पड़ती है। जरूरत खत्म, कर्ज बाकी... यह सबसे खतरनाक कॉम्बिनेशन है।
शादी और बड़े सामाजिक आयोजनों के लिए
भारत में लोग शादी को लेकर काफी पैसा खर्च करते हैं। लेकिन शादी जैसे एक दिन के इवेंट के लिए पर्सनल लोन लेना आपको सालों तक EMI के बोझ में डाल सकता है। शादी खत्म होने के बाद कई लोग कर्ज के तनाव में आ जाते हैं। लोन लेने के बजाय योजना बनाकर खर्च करना, सेविंग का इस्तेमाल करना या छोटे-स्केल पर आयोजन करना ज्यादा समझदारी है।
ट्रैवल या छुट्टियों पर जाने के लिए
ट्रैवल पर्सनल लोन को कई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर अच्छा बताते हैं। लेकिन, यह वित्तीय अनुशासन के खिलाफ है। छुट्टियां खत्म हो जाती हैं, लेकिन EMI कई महीनों तक चलती रहती है। ट्रिप के लिए बचत करना हमेशा बेहतर विकल्प है।
पुराने कर्ज चुकाने के लिए
कई लोग सोचते हैं कि एक बड़ा पर्सनल लोन लेकर सारे पुराने छोटे कर्ज बंद कर देंगे। लेकिन पर्सनल लोन का ब्याज रेट बहुत ज्यादा होता है, जिससे कुल कर्ज और बढ़ जाता है। कर्ज को कर्ज से मिटाना लगभग हमेशा गलत रणनीति होती है।
स्टॉक मार्केट या क्रिप्टो में निवेश के लिए
यह सबसे जोखिम भरा कदम है। बाजार ऊपर-नीचे होता रहता है। अगर बाजार गिर जाए, तो आपका निवेश भी गिर सकता है और EMI वैसे ही चुकानी पड़ेगी। यह दोहरी मार है। लोन लेकर निवेश को कभी भी स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं माना जाता।
गैंबलिंग, ट्रेडिंग या जल्दी पैसा कमाने वाली स्कीमें
कई लोग सोचते हैं कि वे जल्दी पैसे कमाने वाले स्कीमों में लोन लगाकर मोटा फायदा कमा लेंगे। ऐसा लगभग कभी नहीं होता। पैसा डूबने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है और लोन की EMI अलग से बढ़ती जाती है।
अपने खर्चे बढ़ाने के लिए
कई लोग सिर्फ अपनी लाइफस्टाइल दिखाने या बढ़ाने के लिए लोन लेते हैं। जैसे कि कार मॉडिफिकेशन, महंगे कपड़े, क्लब या जिम में प्रीमियम मेंबरशिप। यह आपकी कमाई के मुकाबले खर्च को असंतुलित कर देता है और EMI का बोझ लगातार बढ़ता जाता है।
बिना वजह इमरजेंसी के नाम पर
कभी-कभी लोग छोटी-छोटी जरूरतों को भी 'इमरजेंसी' मानकर लोन ले लेते हैं। जैसे कि नया फोन टूट गया या अचानक होम अप्लायंस खराब हो गया। ऐसी छोटी जरूरतें बेहतर वित्तीय योजना, आपातकालीन फंड या सेविंग से संभाली जा सकती हैं।
कर्ज लेने से पहले ये 3 बातें जरूर सोचें
1. क्या यह खर्च वाकई जरूरी है?
अगर यह जरूरत नहीं है, सिर्फ इच्छा है... तो पर्सनल लोन न लें।
2. क्या यह खर्च समय के साथ वैल्यू बढ़ाएगा या घटाएगा?
ट्रैवल, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स वैल्यू नहीं बढ़ातीं, इसलिए इनके लिए लोन लेना नुकसानदायक है।
3. क्या आप EMI आराम से चुका पाएंगे?
अगर EMI आपकी इनकम का 30% से ऊपर चली जाए, तो लोन आपकी फाइनेंशियल सेहत खराब कर देता है।
कुल मिलाकर, पर्सनल लोन एक उपयोगी उत्पाद है। लेकिन गलत जगह इस्तेमाल करने पर यह सबसे महंगा कर्ज साबित होता है। सिर्फ उन्हीं कामों के लिए पर्सनल लोन लें, जो जरूरी हों और जिनका फायदा लंबे समय तक मिले।
लग्जरी, ट्रैवल, शादी या निवेश जैसे कामों के लिए लोन लेना आपकी फाइनेंशियल स्थिरता को कमजोर कर सकता है।
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