Personal Loan Preclosure: लोन हमेशा वित्तीय बोझ की तरह होता है। यही वजह है कि हर किसी की कोशिश रहती है कि लोन को जल्द से जल्द चुका दिया जाए। अगर आप भी पर्सनल लोन की EMI चुका रहे हैं और समय से पहले लोन खत्म करने की सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा कदम हो सकता है। इससे लंबी अवधि के ब्याज से बचा जा सकता है और वित्तीय राहत भी मिलती है। लेकिन इस प्रक्रिया में कुछ शर्तें, शुल्क और जरूरी दस्तावेज भी होते हैं, जिन्हें जानना जरूरी है।
कौन कर सकता है प्री-क्लोजर?
अधिकतर बैंक तब ही प्री-क्लोजर की अनुमति देते हैं, जब लोन लेने के बाद कम से कम 12 EMI चुका दी गई हों। लेकिन, अगर बैंक ने आपको रियायती शर्त पर लोन दिया है, तो कुछ मामलों में आप एक ही EMI के बाद भी लोन प्री-क्लोजर की अनुमति दे देता है। हालांकि, अगर आप तय EMI से पहले पूरा लोन चुकाने की कोशिश करता है, तो बैंक पेनल्टी वसूल सकता है।
प्री-क्लोजर का स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस
प्री-क्लोजर चार्ज कितना लगता है?
यह काफी हद तक बैंक पर निर्भर करता है और अलग-अलग हो सकता है। बैंक अमूमन लोन लेने के 13 से 24 महीने के बीच प्री-क्लोजिंग पर 4% तक चार्ज लेते हैं। वहीं, 25 से 36 महीने के बीच यह चार्ज 3% हो जाता है। हालांकि, बैंक अक्सर 48 महीने से अधिक के बाद लोन बंद करने पर कोई चार्ज नहीं लेते।
अगर चार्ज की बात करें, तो यह लोन अमाउंट, टेन्योर और बैंक की पॉलिसी पर भी निर्भर करता है। इसके अलावा, GST भी लागू होता है। ऐसे में आपको लोन बंद करने से पहले अपने बैंक से संपर्क करके सभी चार्ज और शर्तें क्लियर कर लेनी चाहिए।
लोन चुकाने के बाद किन बातों का रखें ध्यान?