नॉन-रेजिडेंट इंडियन को पीपीएफ अकाउंट ओपन करने की इजाजत नहीं है। लेकिन, कई एनआरआई पीपीएफ में इनवेस्ट करते हैं। इसकी वजह यह है कि अगर किसी रेजिडेंट ने पीपीएफ अकाउंट ओपन किया है और उसके बाद वह एनआरआई बन जाता है तो उसे अपना पीपीएफ अकाउंट जारी रखने का अधिकार है। कई भारतीय एनआरआई बनने के बाद भी पीपीएफ में निवेश जारी रखते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह इसका अट्रैक्टिव इंटरेस्ट रेट है।