इस साल जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान देश के 8 बड़े शहरों में 60 लाख रुपये तक कीमत वाले सस्ते घरों की नई सप्लाई 38 फीसदी घटकर 33,420 यूनिट रह गई है। इसकी वजह यह है कि बिल्डर लक्जरी यानी महंगे फ्लैट बनाने पर फोकस कर रहे हैं। रियल एस्टेट के आंकड़ों का विश्लेषण करने वाली कंपनी प्रॉपइक्विटी की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। प्रॉपइक्विटी ने कहा कि सस्ते घरों की सप्लाई घटने की वजह जमीन और निर्माण की लागत बढ़ना है। इससे सस्ते घरों का निर्माण बहुत लाभ का सौदा नहीं रह गया है।
