Get App

अयोध्या में 8 साल बाद बढ़ा सर्किल रेट, राम मंदिर ने अयोध्या में बढ़ाई प्रॉपर्टी की डिमांड

अयोध्या में करीब आठ साल बाद जमीन के सर्किल रेट में बड़ा बदलाव किया गया है। अब नई दरें 200 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई हैं, जो जगह और जमीन के इस्तेमाल पर निर्भर करती हैं। यह फैसला राम मंदिर के उद्घाटन के बाद लिया गया है। शनिवार को नए सर्किल रेट लागू किए गए थे

MoneyControl Newsअपडेटेड Jun 09, 2025 पर 4:30 PM
अयोध्या में 8 साल बाद बढ़ा सर्किल रेट, राम मंदिर ने अयोध्या में बढ़ाई प्रॉपर्टी की डिमांड
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में करीब आठ साल बाद जमीन के सर्किल रेट में बड़ा बदलाव किया गया है।

Property: अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद यहां प्रॉपर्टी की डिमांड बढ़ने लगी है। यही कारण है कि अयोध्या में करीब आठ साल बाद जमीन के सर्किल रेट में बड़ा बदलाव किया गया है। अब नई दरें 200 प्रतिशत तक बढ़ा दी गई हैं, जो जगह और जमीन के इस्तेमाल पर निर्भर करती हैं। यह फैसला राम मंदिर के उद्घाटन के बाद लिया गया है। शनिवार को नए सर्किल रेट लागू किए गए थे। हालांकि इन दरों पर जमीन की रजिस्ट्री आज सोमवार से शुरू होगी।

अयोध्या के जिलाधिकारी निखिल फुंडे ने बताया कि यह फैसला मार्केट रेट्स और प्रशासन के कराए गए सर्वे के आधार पर लिया गया है। उन्होंने कहा कि अगस्त 2023 में प्रस्ताव सामने आने के बाद लोगों से जो सुझाव मिले, उनमें कई इलाकों में दरें और बढ़ाने की मांग की गई थी।

सर्किल रेट क्या होते हैं?

सर्किल रेट किसी जमीन की सेल-परचेज के लिए स्थानीय प्रशासन की तय की गई न्यूनतम कीमत होती है। इन्हीं दरों के आधार पर स्टांप ड्यूटी और सरकारी भूमि अधिग्रहण के समय मुआवजा तय होता है। उत्तर प्रदेश स्टांप एक्ट के अनुसार हर एक जिले में हर साल अगस्त में सर्किल रेट की समीक्षा होनी चाहिए। इसमें देखा जाता है कि जमीन किस काम के लिए इस्तेमाल हो रही है, वहां सड़क, मार्केट, स्कूल, अस्पताल या सरकारी दफ्तर हैं या नहीं, और वह इलाका शहरी, अर्ध-शहरी या ग्रामीण है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें