होम लोन, कार लोन सहित दूसरे लोन सस्ते होने जा रहे हैं? दरअसल, आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की मीटिंग 29 सितंबर से मुंबई में शुरू हो गई है। तीन दिन की मीटिंग के नतीजे 1 अक्टूबर को आएंगे। त्योहारी सीजन में लोगों को आरबीआई से बड़ा तोहफा मिलने की उम्मीद है। अगर केंद्रीय बैंक 1 अक्टूबर को इंटरेस्ट रेट घटाने का ऐलान करता है तो इससे होम लोन सस्ता हो जाएगा। होम लोन ले चुके ग्राहकों की ईएमआई कम हो सकती है। होम लोन लेने वाले नए ग्राहकों को कम इंटरेस्ट पर लोन मिल सकता है। धनतेरस और दिवाली पर कार लोन भी सस्ता हो सकता है।
इस साल 1 फीसदी इंटरेस्ट रेट घटने से सस्ते हुए हैं होम लोन-कार लोन
RBI ने इस साल फरवरी में रेपो रेट घटाना शुरू किया था। तब से वह Repo Rate 100 बेसिस प्वाइंट्स यानी 1 फीसदी घटा चुका है। इससे रेपो रेट 6.5 फीसदी से घटकर 5.5 फीसदी पर आ गया है। हालांकि, अपनी आखिरी Monetary Policy (अगस्त) में केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया था। लेकिन, इस साल 1 फीसदी रेपो रेट घटने से बैंकों ने होम लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी की है। इससे होम लोन के ग्राहकों की EMI घटी है या लोन की अवधि (Tenure) कम हुआ है।
1 अक्टूबर को आरबीआई के रेपो रेट घटाने से होम लोन और सस्ता हो सकता है
अगर किसी ग्राहक ने इस साल जनवरी में 50 लाख का होन लोन 8.5 फीसदी इंटरेस्ट रेट पर लिया है तो इंटरेस्ट रेट 100 बेसिस प्वाइंट्स घटने से उसके लोन की अवधि 206 महीने घट गई है। इससे इंटरेस्ट के रूप में उसे करीब 14.78 लाख रुपये की सेविंग्स होगी। अगर ग्राहक ने बैंक से लोन की अवधि के बजाय EMI में कमी करने के कहा है तो उसकी EMI घटने से उसे करीब 7.12 लाख रुपये की बजत होगी। हालांकि, यह एक स्टैंडर्ड अनुमान है। होम लोन के किसी ग्राहक की लोन रिपेमेंट अवधि कितनी घटेगी, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उसके बैंक ने होम लोन के इंटरेस्ट रेट में कितनी कमी की है।
त्योहारों के बीच होम लोन और कार लेने के ग्राहकों को मिल सकती है खुशखबरी
बैंकबाजार के सीईओ आदिल शेट्टी ने कहा, "अभी त्योहारों का सीजन चल रहा है, ऐसे में इस बात की उम्मीद की जा रही है कि RBI रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कमी कर सकता है। अगर ऐसा होता है तो ग्रोथ को बढ़ावा मिलेगा, जबकि इनफ्लेशन कंट्रोल में रहेगा। जहां तक ग्राहकों का मामला है तो रेट घटने से उनके लोन की कॉस्ट कम हो जाएगी।"
अभी रेपो रेट में कमी करने से इकोनॉमिक ग्रोथ को मिलेगा सपोर्ट
क्या आरबीआई 1 अक्टूबर को इंटरेस्ट घटाएगा? इस बारे में इकोनॉमिस्ट्स की राय बंटी हुई है। SBI Research ने हाल में अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रेपो रेट 25 बेसिस प्वाइंट्स घटना चाहिए। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए इंटरेस्ट रेट में कमी करना सही रहेगा। खासकर तब जब इनफ्लेशन के नियंत्रण में बने रहने की उम्मीद है। FY27 में रिटेल इनफ्लेशन 4 फीसदी या इससे कम रह सकता है। जीएसटी में कमी के बाद अक्टूबर में इनफ्लेशन गिरकर 1.1 फीसदी पर आ सकता है, जो 2004 के बाद सबसे कम इनफ्लेशन होगा।"
RBI के पास दिसंबर में भी इंटरेस्ट रेट में कमी करने की गुंजाइश
IDFC First Bank ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "हालांकि रियल रेट्स को देखते हुए रेट में कमी करने की गुंजाइश है, लेकिन ज्यादा फायदा ग्रोथ को मिलेगा। जीएसटी में कमी से जीडीपी ग्रोथ 0.6 फीसदी बढ़ सकती है। लेकिन, अमेरिकी ट्रेड टेंशन की वजह से ग्रोथ 1 फीसदी घट सकती है। ऐसे में आरबीआई त्योहारों के सीजन के बाद तस्वीर साफ होने का इंतजार कर सकता है। फिर वह दिसंबर में इंटरेस्ट रेट घटा सकता है।"
1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे आरबीआई गवर्नर के ऐलान पर होंगी नजरें
आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे मॉनेटरी पॉलिसी के फैसलों के बारे में बताएंगे। इसमें वह इकोनॉमिक ग्रोथ और इनफ्लेशन के अनुमान के बारे में भी बताएंगे। उनके ऐलान पर होम लोन और कार लोन के ग्राहकों के साथ ही स्टॉक मार्केट्स और बॉन्ड मार्केट्स की भी करीबी नजरें होंगी। इसलिए होम लोन या कार लोन लेने का फैसला करने से पहले 1 अक्टूबर को मल्होत्रा के ऐलान का इंतजार कर लेना ठीक रहेगा।