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शाहरुख खान के टैक्स मामले से टैक्सपेयर्स को मिलती हैं कई अहम जानकारियां

सेलिब्रिटिज से जुड़े टैक्स के मामले अक्सर सभी टैक्सपेयर्स के लिए बड़ा सबक लेकर आते हैं। फिल्म, स्पोर्ट्स या बिजनेसेज से जुड़े हाई-प्रोफाइल लोगों को अक्सर बड़े अमाउंट की वजह से ज्यादा स्क्रूटनी से गुजरना पड़ता है

MoneyControl Newsअपडेटेड Mar 31, 2025 पर 7:31 AM
शाहरुख खान के टैक्स मामले से टैक्सपेयर्स को मिलती हैं कई अहम जानकारियां
शाहरुख खान के टैक्स मामले से टैक्स कंप्लायंस, सही डॉक्युमेंटेशन और एसेसमेंट नियमों को लेकर जागरूकता के महत्व का पता चलता है।

रावण हिट थी या फ्लॉप? यह बहस शायद ही कभी खत्म होगी। लेकिन, इस फिल्म के लिए शाहरुख खान को टैक्स से जुड़ी लंबी लड़ाई लड़नी पड़ी। लेकिन, अब इस मामले में आखिर में शाहरुख खान की जीत हुई है। इनकम टैक्स एपेलेट ट्राइब्यूनल (आईटीएटी) की भूमिका इस पूरी कानूनी लड़ाई में हीरो की रही है।

सेलिब्रिटिज से जुड़े टैक्स के मामले अक्सर सभी टैक्सपेयर्स के लिए बड़ा सबक लेकर आते हैं। फिल्म, स्पोर्ट्स या बिजनेसेज से जुड़े हाई-प्रोफाइल लोगों को अक्सर बड़े अमाउंट की वजह से ज्यादा स्क्रूटनी से गुजरना पड़ता है। इस मामले का ऐसे दो प्रावधानों के लिए बड़ा महत्व है, जो न सिर्फ सेलिब्रिटी से जुड़े हो सकते हैं बल्कि विदेशी स्रोत से इनकम हासिल करने वाले किसी टैक्सपेयर्स से जुड़े हो सकते हैं।

क्या था यह मामला?

बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान एसेसमेंट ईयर 2012-13 के दौरान इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की स्क्रूटनी के तहत आ गए। उन्होंने 83.42 करोड़ रुपये की इनकम घोषित की थी, इसमें उनकी फिल्म प्रोडक्शन और डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी Red Chillies Entertainment और Winford Productions से हुई कमाई भी शामिल थी। यह कंपनी यूनाइटेड किंग्डम में रजिस्टर्ड है। चूंकि प्रोडक्शन का बड़ा हिस्सा यूके में हुआ था, जिससे खान ने यूके सरकार को चुकाए गए टैक्स पर फॉरेन टैक्स क्रेडिट (FTC) क्लेम किया। इंडिया और यूके के बीच डबल टैक्सेशन एवॉयडेंस एग्रीमेंट (DTAA) है।

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