SWP Vs ELSS: हर कोई चाहता है कि रिटायरमेंट के बाद उसके पास आमदनी का नियमित जरिया रहे। खासकर, दिन-ब-दिन बढ़ती महंगाई, मेडिकल खर्च और नौकरी की अनिश्चितता को देखते हुए। यह चिंता उन लोगों को और भी ज्यादा रहती है, जिन्हें रिटारयमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलती।