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Indo-Pak Tension : युद्ध के तनाव से बाजार पर दबाव, कोटक महिंद्रा AMC के MD नीलेश शाह से जाने अब क्या हो रणनीति

Pahalgam Attack : नीलेश ने कहा कि इस बार भी कुछ इसी तरह का माहौल बनेगा। युद्ध की आशंका मार्केट को नीचे लाएगी और जब लगेगा कि ये लड़ाई सीमित रहेगी और इसका निराकरण हो सकता है तब मार्केट रिकवरी दिखाएगा। ये हमारा पिछला अनुभव है। उसी को ध्यान में रखते हुए हम ये कह सकते हैं। यह भी ध्यान में रखने की बात है कि कोई भी दो परमाणु शक्ति संपन्न देश अभी तक लड़ाई करने के लिए नहीं निकले हैं 

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 25, 2025 पर 3:44 PM
Indo-Pak Tension : युद्ध के तनाव से बाजार पर दबाव, कोटक महिंद्रा AMC के MD नीलेश शाह से जाने अब क्या हो रणनीति
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India-Pakistan Tension : भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने बाजार भी टेंशन में आ गया है। खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप में बड़ी बिकवाली दिख रही है। ऐसे माहौल में निवेशकों को क्या करना चाहिए, इस पर चर्चा करते हुए कोटक महिंद्रा AMC के MD नीलेश शाह ने कहा कि हमने हाल के दिनों में कोई पूर्ण युद्ध नहीं देखा है। कारगिल एक सीमित झड़प थी। कारगिल के दौरान भारतीय सेना ने एलओसी पार नहीं किया था। वहीं, पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को बचाने के लिए कोई जुर्रत नहीं की।

अगर हम उस समय की स्थिति को देखें तो मार्च के महीने में निफ्टी करीब 1000 के आसपास था। जैसे-जैसे लड़ाई की हवा बनने लगी। मार्केट में करीब 15 फीसदी की गिरावट आई। लेकिन कारगिल की लड़ाई शुरू होने तक बाजार ने 7-8 फीसदी की रिकवरी कर ली थी। लड़ाई शुरु होने के समय निफ्टी 1000 के आसपास था। कारगिल की लड़ाई 3 मई से लेकर 26 जुलाई तक चालू रही। उस समय निफ्टी बढ़ता रहा और लड़ाई के बंद होने तक निफ्टी 1340 के आसपास बंद हुआ।

नीलेश के आगे कहा कि इस बार भी कुछ इसी तरह का माहौल बनेगा। युद्ध की आशंका मार्केट को नीचे लाएगी और जब लगेगा कि ये लड़ाई सीमित रहेगी और इसका निराकरण हो सकता है तब मार्केट रिकवरी दिखाएगा। ये हमारा पिछला अनुभव है। उसी को ध्यान में रखते हुए हम ये कह सकते हैं। यह भी ध्यान में रखने की बात है कि कोई भी दो परमाणु शक्ति संपन्न देश अभी तक लड़ाई करने के लिए नहीं निकले हैं। अगर कोई सीमित झड़प होती है तो हर करेक्शन में खरीदारी का मौका होगा। जैसे ही युद्ध की आशंका खतम होगी वैसे ही आपको बाजार में रिकवरी दिखेगी।

नीलेश की ट्रेडरों को सलाह है कि वे बहुत ही सावधानी से दांव लगाएं। इंडो-पाक के आलावा बाजार को यूएस-चाइना से भी खतरा है। स्थितियां बहुत तेजी से रंग बदल रही हैं। इस समय ओवर नाइट पोजीशन लेकर ट्रेडिंग करना खतरे से खाली नहीं होगा। अगर आप ट्रेडर हैं तो सावधानी बरतिए। इस समय कुछ नहीं करेंगे तो शायद फायदे में रहेंगे। वहीं, अगर आप निवेशक हैं तो फिर अपने असेट एलोकेशन धर्म का पालन करिए। कारगिल का अनुभव कहता है कि ऐसे समय में जब करेक्शन आता है तब खरीदारी का मौका बनता है।

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