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Bhairav Ashtami 2025 Upay: भैरव बाबा दूर करेंगे भय और दोष, भैरव जयंति पर कर लें ये उपाय

Bhairav Ashtami 2025 Upay: मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। इसे भैरव अष्टमी या कालाष्टमी के नाम से भी जाता है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से बाबा भैरव का आशीर्वाद मिलता है और नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। जानिए इनके बारे में

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 08, 2025 पर 6:40 PM
Bhairav Ashtami 2025 Upay: भैरव बाबा दूर करेंगे भय और दोष, भैरव जयंति पर कर लें ये उपाय
हर साल मार्गशीर्ष माह में मनाई जाने वाली कालाष्टमी बहुत ही पवित्र और शक्तिशाली कही जाती है।

Bhairav Ashtami 2025 Upay: हिंदू मास मार्गशीर्ष के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंति मनाई जाती है। इसे भैरव अष्टमी या कालाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। काल भैरव भगवान शिव के उग्र रूप हैं और इनकी जयंति का हिंदू धर्म में विशेष स्थान है। हर साल मार्गशीर्ष माह में मनाई जाने वाली कालाष्टमी बहुत ही पवित्र और शक्तिशाली कही जाती है। इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा करने से नकारात्मक शक्तियों, भय और दोष से मुक्ति मिलती है। इस दिन कुछ खास उपाय भी किए जाते हैं। मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ के साथ-साथ उपाय करने से भगवान काल भैरव की कृपा प्राप्त होती है और सभी दुखों से छुटकारा मिलता है।

कब है कालभैरव जयंती?

पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 11 नवंबर 2025, मंगलवार को सुबह 11 बजकर 08 मिनट पर हो रही है। इस तिथि का समापन 12 नवंबर 2025, बुधवार को सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार कालभैरव जयंती का पर्व 12 नवंबर, बुधवार को मनाया जाएगा।

भैरव अष्टमी के उपाय

  • काल भैरव जयंती के दिन पूजा के बाद भगवान को मीठी रोटी, नारियल या जलेबी का भोग लगाना चाहिए। भगवान काल भैरव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।
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