भगवान श्रीकृष्ण जन्मष्टमी का त्योहार हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे भारत में धार्मिक आस्था और उल्लास के साथ मनाया जाता है। ये त्योहार हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को मध्यरात्रि में रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। लेकिन इस बार इस पर्व की तिथि को लेकर भक्त असमंजस में हैं क्योंकि अष्टमी तिथि मध्यरात्रि को नहीं मिल रही है और दूसरा मध्यरात्रि में अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र नहीं मिल रहा है। भक्तों की दुविधा पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा के धर्माचार्यों ने समस्या का समाधान किया है। इसकी पुष्टि वाराणसी के विशेषज्ञों ने भी की है।