Pradosh Vrat 2026: इस बार नए साल 2026 की शुरुआत बेहद शुभ संयोग में हो रही है। एक तो इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा का दुर्लभ संयोग बन रहा है। दूसरा, इस दिन साल का पहला और पौष माह का अंतिम प्रदोष व्रत भी किया जाएगा। इस दिन गुरुवार है, जो भगवान विष्णु को समर्पित होता है। लेकिन प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। इसलिए इस दिन जगत के पालनहार और संहारक हरि-हर की पूजा का अत्यंत दुर्लभ संयोग बन रहा है। बता दें, प्रदोष व्रत हिंदू माह में दो बार किया जाता है, कृष्ण और शुक्ल पक्ष में। पौष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि गुरुवार 01 जनवरी को पड़ रही है। इस दिन गुरुवार होने की वजह से यह गुरु प्रदोष व्रत होगा। आइए जानें इस दिन से जुड़े विधि-विधा और शुभ मुहूर्त के बारे में।
