हिंदू धर्म में पूर्णिमा का दिन हमेशा शुभ और पवित्र माना जाता है, लेकिन इस बार आश्विन मास की शरद पूर्णिमा का महत्व कुछ खास है। शुक्ल पक्ष की ये पूर्णिमा चंद्रमा की 16 कलाओं से परिपूर्ण मानी जाती है, जो इसे अत्यधिक पावन बनाती है। मान्यता है कि इस दिन सुबह स्नान करके और दान-पुण्य करके मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। शरद पूर्णिमा सिर्फ एक धार्मिक अवसर नहीं है, बल्कि ये समृद्धि, स्वास्थ्य, खुशहाली और आशीर्वाद का प्रतीक भी है। इस दिन की पूजा और रीतियों का पालन जीवन में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाता है।