इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। भारत ने 5 मैचों की सीरीज को 2-2 से ड्रॉ करवाया। इस पूरी सीरीज में ऋषभ पंत बेहतरीन फॉर्म में दिखे। ऋषभ पंत ने इंग्लैंड सीरीज में दो शतक और तीन अर्धशतक लगाए। वहीं चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन क्रिस वोक्स की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलते समय पंत के दाहिने पैर में चोट लग गई। चोट लगने के बाद पंत काफी दर्द में नजर आए। उन्हें खेल छोड़कर बाहर जाना पड़ा। हॉस्पिटल में स्कैन करने पर पता चला की पंत के पैर में फैक्चर हुआ है।
वहीं चोट के बाद भी भारतीय टेस्ट उप-कप्तान पंत लंगड़ाते हुए बल्लेबाजी करने आए। पंत को बल्लेबाजी करते हुए आता देख कर हर कोई हैरान था। इस दौरान पंत ने शानदार अर्धशतक लगाया। वहीं हाल ही में करुण नायर ने बताया की ऋषभ पंत की इस पारी ने उनको और पूरी टीम को कैसे मोटिवेट किया।
पांचवें मैच में नायर को लगी थी चोट
बता दें पांचवे मैच के दौरान करुण नायर को भी चोट लग गई थी। ओवल में पांचवें टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी के दौरान करुण नायर को चोट लग गई है। लेकिन चोट लगने के बाद भी नायर ने बैटिंग जारी रखी। नायर को हाथ में गेंद लगने की वजह से मामूली फ्रैक्चर हो गया, लेकिन इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और बैटिंग जारी रखी। नायर ने चोट और दर्द के बावजूद बल्लेबाजी जारी रखी और टीम को पहले रखा। उन्होंने कहा कि पंत का साहस उन्हें प्रेरित करता है।
करुण नायर ने रेवस्पोर्ट्स से कहा, "सीरीज के दौरान, ऋषभ ने हम खिलाड़ियों के लिए एक बहुत हाई स्टैंडर्ड तय किया। चौथे टेस्ट में वह टूटे पैर के बावजूद बल्लेबाजी करने आए और अर्धशतक बनाया। उन्होंने ड्रेसिंग रूम में हम सबको इंस्पायर्ड किया और टीम को पहले रखकर दिखाया कि वह कैसे खिलाड़ी और इंसान हैं। इसने मुझ पर भी असर डाला और मुझे यह तय करना आसान हो गया कि टीम के लिए क्या करना है।"
अपने प्रदर्शन पर नायर ने क्या कहा
लंबे समय बाद टीम में लौटे नायर ने चार टेस्ट में 205 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है। अपने व्यक्तिगत स्कोर करुण नायर ने कहा, "गौतम भाई हमेशा कहते रहे कि कितने रन बनते हैं, यह सबसे जरूरी नहीं है। असली महत्व उन पार्टनरशिप का है जो आप बना सकते हैं और वही मुश्किल विकेट पर जीत दिलाती हैं। इसलिए मैं सिर्फ अपना बेहतर खेल दिखाने और टीम के लिए रन बनाने की कोशिश कर रहा था, खासकर मुश्किल समय में पार्टनरशिप बनाने पर ध्यान दे रहा था।"