WhatsApp Message Translation: WhatsApp ने आखिरकार अपने नए Message Translation फीचर को iOS यूजर्स के लिए जारी करना शुरू कर दिया है। इस फीचर के जरिए अब यूजर्स सीधे ऐप में ही 21 भाषाओं में मैसेज का Translation कर पाएंगे। कंपनी ने मंगलवार को इस अपडेट को ऐप के नए वर्जन में शामिल किया है। हालांकि, फिलहाल ये सुविधा सीमित यूजर्स तक पहुंची है, लेकिन आने वाले दिनों में सभी iOS डिवाइस पर उपलब्ध होगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, WhatsApp इस ट्रांसलेशन फीचर के लिए Apple के Translation APIs का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे ट्रांसलेशन न सिर्फ तेज बल्कि पूरी तरह सुरक्षित भी रहेगा।
iOS में मैसेज ट्रांसलेशन फीचर
WABetaInfo की रिपोर्ट के मुताबिक, App Store पर जारी हुए WhatsApp के नए iOS बिल्ड में ये नया Message Translation फीचर शामिल है। मतलब अब यूजर्स को अपने ऐप को WhatsApp for iOS 25.28.74 वर्जन पर अपडेट करना होगा। जिसके बाद धीरे-धीरे ये फीचर उनके डिवाइस पर एक्टिव हो जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस लेटेस्ट iOS बिल्ड में अरबी, चीनी (Mandarin, Simplified), चीनी (Mandarin, Traditional), डच, इंग्लिश (UK), इंग्लिश (US), फ्रेंच, जर्मन, हिंदी, इंडोनेशियन, इटालियन, जापानी, कोरियन, पोलिश, पुर्तगाली (ब्राजील), रशियन, स्पेनिश, थाई, टर्किश, यूक्रेनियन और वियतनामी भाषाएं शामिल हैं।
सिंगल टैप में ट्रांसलेट कर पाएंगे मेसेज
नया फीचर यूजर्स को 21 अलग-अलग भारतीय भाषाओं में आसानी से अनुवाद करने का विकल्प देगा। इसके लिए चैट में आए किसी भी मेसेज पर लॉन्ग-प्रेस करने के बाद यूजर्स को Translate बटन पर टैप करना होगा। खास बात यह है कि यह फीचर वन-ऑन-वन चैट, ग्रुप चैट और चैनल अपडेट्स तीनों में काम करता है।
कंपनी के अनुसार, Android यूजर पूरे चैट थ्रेड के लिए ऑटोमैटिक ट्रांलेशन एनेबल कर सकते हैं जिससे प्रत्येक मैसेज को अलग से ट्रांसलेट करने की आवश्यकता नहीं होगी। WhatsApp ने बताया कि मैसेज ट्रांसलेशन फीचर उपयोगकर्ता की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। Meta के स्वामित्व वाले इस प्लेटफॉर्म ने स्पष्ट किया कि ट्रांसलेशन on-device किए जाते हैं और WhatsApp किसी भी उपयोगकर्ता की बातचीत तक पहुंच नहीं रखता है।
बता दें कि ये नया ट्रांसलेशन फीचर्स अपने आप मैसेज की भाषा पहचान लेगा। हालांकि, अगर ऑटेमेटिक डिटेक्शन गलत निकले, तो यूजर खुद सोर्स लैंग्वेज चुन सकते हैं। यूजर्स को हर भाषा का पैक अलग-अलग डाउनलोड करना होगा ताकि ये फीचर इंटरनेट कनेक्शन के बिना भी काम कर सके।