वियतनाम 10 वर्षीय गोल्डन वीजा की शुरुआत करने जा रहा है। इसकी मदद से देश अपनी छवि को इंटरनेशनल विजिटर्स के लिए शॉर्ट टर्म टूरिस्ट डेस्टिनेशन से एक लॉन्ग टर्म हब में बदलना चाहता है। वियतनाम की यह पेशकश भारतीय यात्रियों के साथ-साथ कारोबारों के लिए भी अच्छी खबर है। गोल्डन वीजा को वियतनाम में लंबे वक्त तक रुकने वाले पर्यटकों, निवेशकों और विदेशी प्रोफेशनल्स को लाने के लिए डिजाइन किया गया है।
10 वर्षीय गोल्डन वीजा प्रोग्राम मोटा खर्च करने वाले पर्यटकों और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने की वियतनाम की एक बड़ी कोशिश का हिस्सा है, ताकि वे कम नौकरशाही बाधाओं के साथ लंबे वक्त तक वियतनाम में रह सकें। इस प्रोग्राम की मदद से उन लोगों को लॉन्ग टर्म, रिन्यूएबल रेजिडेंसी मिलने की संभावना है, जो वियतनाम की अर्थव्यवस्था, पर्यटन या इनोवेशन सेक्टर्स में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। यूएई और थाइलैंड जैसे अन्य राष्ट्र भी इसी तरह के वीजा प्रोग्राम्स के साथ सफल रहे हैं, और अब वियतनाम भी उनके नक्शे कदम पर चलने की सोच रहा है।
भारतीय पर्यटकों की वियतनाम में बढ़ती दिलचस्पी
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय पर्यटकों के बीच वियतनाम की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। कारोबार, छुट्टियों या परमानेंट माइग्रेशन के लिए, वियतनाम एक आकर्षक चॉइस है। वियतनाम राष्ट्रीय पर्यटन प्राधिकरण के अनुसार, वियतनाम ने 2023 में भारत से आने वाले पर्यटकों में 2019 की तुलना में 231% की बढ़ोतरी देखी। बढ़ी हुई कनेक्टिविटी की बदौलत, भारत से वियतनाम के लिए सस्ती उड़ानें अब पहले की तुलना में अधिक सुलभ हैं।
फोर्ब्स के अनुसार, वियतनाम का लक्ष्य 2025 में 2.3 करोड़ पर्यटकों को आकर्षित करना है। इस लक्ष्य को हासिल करने में भारतीय पर्यटकों के बड़ी भूमिका निभाने की उम्मीद है। जैसे-जैसे मांग बढ़ती है, कुशल वीजा समाधानों की जरूरत भी बढ़ती है।
गोल्डन वीजा के तहत वियतनाम वीजाहोल्डर्स को 5 से 10 वर्षों तक अपने यहां रहने की इजाजत देगा। इसमें रिन्यूअल का विकल्प भी होगा। हालांकि गोल्डन वीजा के लिए आवेदन अभी तक खुले नहीं हैं और फाइनल एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया अभी भी अस्पष्ट हैं। वियतनाम गोल्डन वीजा योजना, वीजा के बार-बार रिन्यूअल से बचने का एक सरल विकल्प है। भारत और वियतनाम के बीच राजनयिक संबंधों यानि डिप्लोमैटिक रिलेशंस का एक लंबा इतिहास है, जिसके कारण हाल के वर्षों में टूरिस्ट अराइवल, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और व्यापार के मामले में सहयोग में अच्छी खासी वृद्धि हुई है।
भारतीयों को कैसे फायदा मिल सकता है?
यह योजना न केवल पर्यटन बल्कि निवेश और कारोबार के लिए भी कई नए पहलू खोल सकती है। गोल्डन वीजा उन भारतीयों की बढ़ती संख्या के लिए विशेष तौर पर महत्वपूर्ण है, जो वियतनाम में लंबे वक्त की यात्रा या निवेश की तलाश कर रहे हैं। जो भारतीय अपना कारोबार बढ़ाना चाहते हैं या इसे विदेश में स्थापित करना चाहते हैं, वे वियतनाम के उभरते बाजार में निवेश कर सकते हैं और वहां कारोबार जमा सकते हैं।
वियतनाम के गोल्डन वीजा की मदद से भारतीय प्रोफेशनल्स के साथ-साथ दूरदराज के श्रमिकों को वियतनाम में रहने और काम करने के लिए अधिक फ्लेक्सिबिलिटी मिलेगी। यह अस्थायी रूप से बसने के उद्देश्य से परिवारों या दक्षिण पूर्व एशिया के अंदर कारोबार का विस्तार करने वाले उद्यमियों के लिए भी एक बढ़िया विकल्प साबित होगा।
भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार, मार्च 2025 तक कुल 16,024 भारतीय, वियतनाम में रह रहे थे। इनमें से 7,550 अनिवासी भारतीय (NRI) हैं, 462 भारतीय मूल के व्यक्ति (PIO) हैं और 8,012 प्रवासी भारतीय के रूप में क्लासिफाई हैं। गोल्डन वीजा योजना के बाद इन आंकड़ों में उछाल आ सकता है।