शराब सेहत के लिए हानिकारक होती है। यह बात बोतल में साफ तौर पर लिखी होती है। लेकिन शराब के शौकीन लोग इसे ही अपनी सेहत का राज मान लेते हैं। हालांकि यह पूरी तरह से गलत है। इस बीच शराब से सरकार और ठेकेदार की आर्थिक सेहत चकाचक रहती है। शराब में कई तरह के टैक्स जोड़े जाते हैं। जिससे सरकार का खजान शराब की बिक्री से भर जाता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश में सरकार की नई आबकारी नीति ने सरकारी खजाने को भरने में अहम भूमिका निभाई है। योगी सरकार ने प्रदेश के सभी 75 जिलों से केवल शराब की दुकानों की रजिस्ट्रेशन फीस से 22.65 अरब रुपये की वसूली की है।