Amazon ने 2025 की पहली तिमाही के दौरान अमेरिका में लगभग 11,300 H-1B वीजाधारकों को नौकरी दी है। इनमें से काफी संख्या भारतीयों की है। सार्वजनिक रूप से उपलब्ध वीजा डॉक्यूमेंट्स से ये जानकारी मिली है। इन डॉक्यूमेंट्स से यह भी जानकारी मिली है कि एमेजॉन में विदेशी प्रोफेशनल्स को किस पद के लिए कितनी सैलरी मिलती है।
Amazon दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी है। दुनियाभर में इसके 15 लाख से अधिक कर्मचारी है। एमेजॉन अपने कर्मचारियों को काफी मोटी सैलरी देने के लिए भी जाना जाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एमेजॉन में सबसे अधिक सैलरी सॉफ्टवेयर इंजीनियर, डेटा साइंटिस्ट्स और प्रोडक्ट मैनेजर को मिलती है।
Amazon Web Services में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर का 1.85 लाख डॉलर तक का सैलरी पैकेज मिल सकता है। वहीं Amazon.com में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर्स को 263,700 डॉलर तक का पैकेज मिल सकता है।
डेटा साइंटिस्ट्स करीब 230,900 डॉलर तक कमा सकते हैं, जबकि टेक्निकल प्रोडक्ट मैनेजर्स की कमाई 235,200 डॉलर तक जा सकती है।
आइए एमेजॉन के सभी डिपार्टमेंट में H-1B वीजाधारकों को मिलने वाले सैलरी पैकेज पर एक नजर डालते हैं-
एमेजॉन डेटा सर्विसेज़
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर: $108,826 – $223,600
एमेजॉन डेवलपमेंट सेंटर, अमेरिका
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर: $95,493 – $260,600
एमेजॉन वेब सर्विसेज़
बिजनेस इंटेलिजेंस इंजीनियर: $96,678 – $176,012
एंटरप्राइज अकाउंट इंजीनियर: $103,605 – $238,965
प्रोफेशनल सर्विसेज: $105,997 – $218,200
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर: $84,094 – $223,600
सॉल्यूशन आर्किटेक्ट: $112,474 – $225,000
सपोर्ट इंजीनियर (बाहरी): $63,835 – $160,000
Amazon.com सर्विसेस
अप्लाईड साइंटिस्ट्स: $83,491 – $260,000
बिजनेस एनालिस्ट: $79,518 – $143,100
बीआई इंजीनियर: $193,200
डेटा इंजीनियर: $70,262 – $236,344
डेटा साइंटिस्ट्स: $92,040 – $230,900
फाइनेंशियल एनालिस्ट: $94,300 – $204,028
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर: $148,950 – $287,700
प्रोडक्ट मैनेजर: $109,782 – $200,000
प्रोग्राम मैनेजर: $81,600 – $162,700
क्यूए इंजीनियर: $86,320 – $185,000
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर: $85,384 – $263,700
सप्लाई चेन मैनेजर: $77,200 – $168,000
सिस्टम डेवलपमेंट इंजीनियर: $105,997 – $198,000
टेक्निकल प्रोग्राम मैनेजर: $108,098 – $231,400
एमेजॉन के एक प्रवक्ता ने बिजनेस इनसाइडर को बताया कि कर्मचारियों का सैलरी पैकेज कई चीजों पर निर्भर करता है। इनमें एक्सपीरियंस, लोकेशन और उनका प्रदर्शन शामिल हैं। इनके आधार पर उनकी सैलरी अलग-अलग हो सकती है। बाजार में अपना दबदबा बनाए रहने और अच्छे टैलेंट को बनाए रखने के लिए कंपनी नियमित रूप से अपने सैलरी स्ट्रक्चर की समीक्षा करती रहती है।
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