इन दिनों सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है, जिसने इंसानियत, बहादुरी और संवेदनशीलता की नई मिसाल पेश की है। वीडियो सामने आते ही लोगों के दिलों को छू गया और हजारों यूजर्स ने इसे न सिर्फ देखा, बल्कि शेयर भी किया। ये दृश्य सिर्फ एक हादसे का नहीं, बल्कि उस जज्बे का प्रतीक बन गया है जो आज के दौर में दुर्लभ होता जा रहा है। वीडियो में जो दिखा, वो डर, संकट और करुणा से भरा हुआ था, लेकिन उससे भी ज्यादा उसमें उम्मीद और इंसानियत की झलक थी। कई
बार ऐसे हालात में लोग दूर से तमाशा देखते हैं, लेकिन यहां एक व्यक्ति ने जो किया, वो समाज के लिए प्रेरणा बन गया। ये वीडियो न सिर्फ वायरल हो रहा है, बल्कि लोगों को ये सोचने पर मजबूर भी कर रहा है कि अगर हिम्मत हो, तो कोई भी एक इंसान कई जिंदगियां बचा सकता है।
सपेरे ने दिखाई हिम्मत, कूद पड़ा कुएं में
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तीन कुत्ते एक गहरे कुएं में गिरे नजर आ रहे हैं। इन बेजुबानों के साथ उस कुएं में जहरीले सांप और खतरनाक मॉनिटर लिजार्ड (गोह) भी मौजूद हैं। डर और घबराहट की हालत में कुत्ते आपस में ही लड़ते नजर आते हैं। उनकी हालत बेहद खराब होती है। ऐसे खतरनाक हालात में एक बहादुर सपेरा इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना कुएं में उतर जाता है। वो रस्सी की मदद से एक-एक कर तीनों कुत्तों को पकड़कर ऊपर भिजवाता है। इस दौरान कुएं के बाहर मौजूद लोग भी रस्सी पकड़े हुए उसे सहायता करते हैं।
सिर्फ कुत्ते ही नहीं, सांप और गोह भी निकाले बाहर
जब सभी कुत्तों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, तो इसके बाद सपेरे ने कुएं में मौजूद सांपों को एक थैले में डाला और उसे बांधकर ऊपर भेजा। फिर उसने मॉनिटर लिजार्ड्स को भी एक अन्य थैले में भरकर बाहर निकाल दिया। आखिर में ये खुद भी रस्सियों से बनी सीढ़ियों की सहायता से सुरक्षित बाहर निकल आया।
लोगों ने बताया सच्चा हीरो
यह वीडियो इंस्टाग्राम पर @muriwalehausla24 नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है। वीडियो वायरल होने के बाद लोग इस सपेरे की जमकर तारीफ कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "ये इंसान सच्चा हीरो है, जिसने जान जोखिम में डालकर मासूम जानवरों की जान बचाई।" वहीं एक अन्य ने लिखा, "इंसानियत जिंदा है, ऐसे लोग समाज के लिए प्रेरणा हैं।"
बहादुरी और इंसानियत की मिसाल
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बहादुरी सिर्फ वर्दी में नहीं होती, बल्कि एक आम इंसान भी असाधारण साहस दिखा सकता है। सपेरे की यह पहल न सिर्फ कुत्तों की जान बचाने वाली रही, बल्कि समाज को भी एक गहरा संदेश दे गई – कि इंसानियत अभी जिंदा है।