Get App

सेहत के लिए रामबाण से कम नहीं हैं सुपरफूड राजगिरा! खाने के होते हैं ये फायदे

आज बड़ी खाद्य कंपनियां राजगिरा को पादप प्रोटीन से भरपूर एक खास अनाज बताकर बेच रही हैं। दिलचस्प बात ये है कि जहां भारत इसे सदियों से उगा रहा है, वहीं हाल के सालों में इसकी सबसे ज्यादा मांग विदेशों से आ रही है। आइए जानते हैं इसके बारे में

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 08, 2025 पर 7:19 PM
सेहत के लिए रामबाण से कम नहीं हैं सुपरफूड राजगिरा! खाने के होते हैं ये फायदे
अब लोग इसे सिर्फ उपवास नहीं बल्कि फिटनेस और सेहत से जुड़ा अनाज मानते हैं (Photo: Canva)

राजगिरा हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। राजगिरा को ऐमारैंथ भी कहा जाता है। ये भारत में लंबे समय से लोगों की जिंदगी का हिस्सा बना रहा है। राजगिरा की खासियत होती है कि इसमें उच्च गुणवत्ता वाला लाइसिन प्रोटीन, ग्लूटेन-फ्री स्टार्च, दूध से तीन गुना ज्यादा कैल्शियम और पालक जितना आयरन पाया जाता है। यही वजह है कि उपवास के समय इसे ताकत और सेहत का अच्छा स्रोत माना जाता है। एक समय में इसे "शाही अनाज" भी कहा जाता था।

धीरे-धीरे समय के साथ राजगिरा आम खाने से दूर होता गया और इसे सिर्फ उपवास का भोजन या गरीबों का अनाज समझकर नजरअंदाज कर दिया जाने लगा। लेकिन अब यही प्राचीन अनाज फिर से लौट रहा है और दुनिया भर में ग्लूटेन-फ्री, प्रोटीन से भरपूर सुपरफूड के रूप में अपनी पहचान बना रहा है।

2000 के दशक में बड़ी मांग

20वीं सदी में राजगिरा ज्यादातर मंदिरों, व्रतों और ग्रामीण खाने तक ही सीमित था। शहरों में लोग इसे सिर्फ नवरात्रि या एकादशी पर लड्डू और रोटियों के रूप में खाते थे। लेकिन 2000 के दशक में जब पोषण एक्सपर्ट ने इसे क्विनोआ के नेचुरल ऑप्शन के तौर पर प्रचारित किया। इसके बाद यह धीरे-धीरे लोगों की डाइट का हिस्सा बन गया और अब नाश्ते के सीरियल, एनर्जी बार, कुकीज से लेकर पास्ता तक में इस्तेमाल किया जाने लगा है।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें