हम सभी ने अक्सर सुना होगा, "तुम्हें रत्ती भर भी शर्म नहीं है" या "मुझे रत्ती भर भी फायदा नहीं मिला।" यह मुहावरा बोलचाल में आम लगता है, लेकिन इसके पीछे एक दिलचस्प इतिहास छिपा है। ‘रत्ती’ असल में एक छोटा बीज है, जिसे गूंजा कहते हैं, और इसका वजन लगभग 0.121 ग्राम होता है। पुराने समय में सोना, चांदी और मोती का सटीक वजन मापने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था। रत्ती का वजन स्थिर और भरोसेमंद माना जाता था, इसलिए इसे कीमती वस्तुओं के लिए तराजू की छोटी इकाई के रूप में अपनाया गया। धीरे-धीरे ‘रत्ती’ का प्रयोग मुहावरों में भी होने लगा।