सांप दुनिया के सबसे खतरनाक और जहरीले जीवों में गिने जाते हैं। दुनियाभर में तीन हजार से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से कई के काटने से इंसान की जान खतरे में पड़ सकती है। भारत में लगभग 69 ऐसी प्रजातियां हैं जो बेहद खतरनाक मानी जाती हैं। इनमें 29 समुद्री सांप और 40 जमीन पर रहने वाले सांप शामिल हैं। किंग कोबरा, करैत, ब्लैक माम्बा जैसी प्रजातियां अपने तेज और शक्तिशाली जहर के लिए प्रसिद्ध हैं। सांपों की ये विविधता उनके रहन-सहन, भोजन और पर्यावरण के अनुसार बदलती है। ये जीव आमतौर पर गर्मियों और मानसून के मौसम में दिखाई देते हैं, जबकि ठंड के समय वे निष्क्रिय हो जाते हैं।
उनकी जहरीली ताकत और चालाकी के कारण इन्हें देखकर इंसान में डर पैदा हो जाता है। जानकारों के अनुसार, इनका व्यवहार, जीवनशैली और अस्तित्व पूरी तरह उनके पर्यावरण और मौसम पर निर्भर करता है।
गर्मी और बारिश में दिखते हैं सांप, सर्दियों में गायब क्यों?
सांप अक्सर गर्मियों और मानसून के मौसम में दिखाई देते हैं। लेकिन ठंड के समय इन्हें बहुत कम देखा जाता है। लोग अक्सर सोचते हैं कि सांप सोते नहीं, लेकिन असल में उनका व्यवहार कुछ अलग होता है। ठंड के मौसम में सांप अपने शरीर की ऊर्जा बचाने के लिए निष्क्रिय हो जाते हैं और सुरक्षित जगहों में छिप जाते हैं।
सांप ठंडे खून वाले जीव हैं, यानी उनका शरीर खुद तापमान नियंत्रित नहीं कर सकता। जब तापमान बहुत कम हो जाता है, तो उनका शरीर सुस्त पड़ जाता है और वे ज्यादा ऊर्जा खर्च नहीं करते। इस दौरान वो बिल, पत्थरों के नीचे या पेड़ों की जड़ों में छिपकर हाइबरनेशन यानी शीत निद्रा में चले जाते हैं। कुछ प्रजातियां इस अवस्था में कई हफ्तों या महीनों तक बिना खाए-पिए रहती हैं।
अक्सर लोग सोचते हैं कि सांप कभी सोते नहीं। इसकी वजह उनकी हमेशा खुली नजरें हैं। दरअसल, सांपों की पलके नहीं होतीं और उनकी आंखों पर एक पारदर्शी परत होती है जो धूल और चोट से सुरक्षा देती है। इसलिए जब वे सोते हैं, उनकी आंखें खुली ही दिखाई देती हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार सांपों की नींद के भी पैटर्न होते हैं।
दिन और रात के अनुसार बदलता है व्यवहार
गर्मियों में दिन के समय सांप धूप से बचने के लिए बिलों में रहते हैं और रात में बाहर सक्रिय हो जाते हैं। इस समय वो 10-12 घंटे आराम करते हैं। बारिश में नमी और ठंडक के कारण दिन में थोड़ी देर आराम करते हैं और रात में ज्यादा समय तक सक्रिय रहते हैं।
सर्दियों में पूरी तरह सुस्त
जब तापमान और भी नीचे चला जाता है, तो सांप पूरी तरह सुस्त हो जाते हैं। ये उनकी असली नींद का समय होता है। इस दौरान वे दो से तीन महीने या इससे अधिक समय तक बिना खाने-पिए सोए रहते हैं। यही कारण है कि सर्दियों में सांप बहुत कम दिखाई देते हैं।