Get App

'उन्होंने मेरी पैंट उतारी' ढाबे पर 'गोपाल' बन कर काम कर रहा था तजम्मुल, हिंदू समूह ने की मारपीट

तजम्मुल ने कहा कि उन्हें अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने और खुद को हिंदू के रूप में पेश करने के लिए कहा गया था, ताकि हिंदू संगठनों के विरोध से बचा जा सके, जिन्होंने कांवड़ यात्रा रूट पर होटल और ढाबे वालों की पहचान की जांच शुरू कर दी है। जो वीडियो फुटेज सामने आए, उसमें तजम्मुल के साथ दुर्व्यवहार करते दिखाया गया

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 04, 2025 पर 1:35 PM
'उन्होंने मेरी पैंट उतारी' ढाबे पर 'गोपाल' बन कर काम कर रहा था तजम्मुल, हिंदू समूह ने की मारपीट
ढाबे पर 'गोपाल' बन कर काम कर रहा था तजम्मुल, कांवड़ यात्रा से पहले हिंदू समूह ने की मारपीट

कांवड़ यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश में बड़ा विवाद हो गया है, जब तजम्मुल नाम का एक मुस्लिम व्यक्ति सड़क किनारे एक ढाबे पर 'गोपाल' नाम से काम करता मिला। उसने हिंदू समूहों से खुद को बचाने के लिए ऐसा किया। यह घटना मुजफ्फरनगर में नेशनल हाईव 58 पर 'पंडित जी वैष्णो ढाबे' पर हुई। विरोध प्रदर्शन के बाद ढाबा बंद कर दिया गया है।

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, तजम्मुल ने कबूला कि उसने डर के कारण और अपने मालिक के कहने पर अपनी पहचान और धर्म छुपाया। उसने कहा, "मेरा नाम तजम्मुल है, मुझे अपना नाम 'गोपाल' बताने के लिए कहा गया था, ताकि मैं बिना परेशानी पैदा किए ढाबे पर काम कर सकूं। शर्मा जी (ढाबा मालिक) ने मुझे ऐसा करने के लिए कहा था।"

तजम्मुल ने कहा कि उन्हें अपनी मुस्लिम पहचान छिपाने और खुद को हिंदू के रूप में पेश करने के लिए कहा गया था, ताकि हिंदू संगठनों के विरोध से बचा जा सके, जिन्होंने कांवड़ यात्रा रूट पर होटल और ढाबे वालों की पहचान की जांच शुरू कर दी है।

तजम्मुल ने कहा, "उन्होंने मुझे कड़ा पहनने को कहा। मैंने इसे तीन महीने तक पहना ताकि कोई मुझे पहचान न सके।"

सब समाचार

+ और भी पढ़ें